अक्षत
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* अक्षत रोली का तिलक, लगे ईश के शीश।पूजें मिलकर के सभी, खुश होंगें जगदीश॥ अक्षत खीर बनाइए, रखें चंद्रिका बीच।शरद मास की पूर्णिमा, चंद्रामृत से सींच॥…
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* अक्षत रोली का तिलक, लगे ईश के शीश।पूजें मिलकर के सभी, खुश होंगें जगदीश॥ अक्षत खीर बनाइए, रखें चंद्रिका बीच।शरद मास की पूर्णिमा, चंद्रामृत से सींच॥…
डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* ब्रिटेन में ऋषि सुनाक के प्रधानमंत्री बनने पर भारत में बधाईयों का तांता लगना चाहिए था, लेकिन अफसोस है कि हमारे नेताओं के बीच फूहड़ बहस चल…
ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** घना तमस जगत में भरा,कौन करे राघव की खोजविकल भया सर्व जगत में,नयन बहाए दीपक रोज। कैसे किरणें बन निखरेगी,मेरे मर्म की सुर्ख कलिकाआस लगाए द्वार खड़ी…
डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** "वातशोणितज : शोथो जानुमध्ये महरूज:,ज्ञेयः क्रोष्टक शीर्षस्तु स्थूलः कोष्टकशीर्षवत।"घुटने में वात और रक्त की विकृति से होने वाले जानुगत तीव्र पीड़ायुक्त शोथ (जिससे जनुसन्धि गीदड़ के सिर के…
राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** आज के युग में कृष्ण के उद्देश्यों की सबसे अधिक आवश्यकता व प्रासंगिकता है।जरासंघ ने कितने ही राजाओं को बंदी बनाया हुआ था। श्री कृष्ण ने उन…
प्रो. महावीर सरन जैन*************************** भारत २२ परिगणित भाषाओं का देश है, मगर हिन्दी की एकतरफा बोधगम्य उपषाओं पर अध्यारोपित व्यवहारिक हिन्दी के माध्यम से भारत के नागरिक संवाद करते हैं।चीन…
ललित गर्गदिल्ली************************************** भारतीय मूल के ऋषि सुनक नया इतिहास रचते हुए ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री की शपथ ले चुके हैं। यह पहली बार हुआ है, जब कोई भारतीय मूल का…
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** हालात ऐसे हो गये सुनता नहीं कोई,सपने भलाई के भी तो बुनता नहीं कोई। काँधे किसी भी और के रख दागता गोली,खुद सामने जाकर के क्यों…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** ब्रम्हांड उठाने वाले ने,गोवर्धन धर कर स्वांग रचा…माखन लालच उनको देतीगोकुल की ग्वालिन नाच नचा…। क्या यही विधाता है जग का,दुविधा देखते इंद्र खड़ा…अब जाँच-परीक्षा लेना है,इस…
अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** भाई दूज विशेष... प्रेम से जो सदा जलती,मैं वह ही रोसनाई हूँदिखाए आँख भारत को,मैं उनके हित कसाई हूँ। समूचे विश्व की बहनों,ये कहता हिन्द का बेटा।नहीं…