मन
डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* मन की गति विचित्र, कोई ना मन का मित्र मन है बड़ा चपल, इसे तो संभालिये॥ मन है सबका राजा, रहता है सदा ताजा नही ये किसी के वश, इसे समझाइए॥ करे जो मन को वश, होता न वो परवश पाता है विजय वही, इसे वश कीजिए॥ मन ही करता … Read more