वह मान गई
हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** जुगनू बाज़ार से लौटते हुए आँगन से आवाज लगता है,-“क्यों री सरला ? आज नींद नहीं आ रही है क्या ? और दिन तो ७ बजे ही बिजली बुझा देती है। आज क्या हुआ है ?” जुगनू आज बाजार से देर से लौटा था।“नहीं-नहीं काका;ऐसा कुछ नहीं है! आज बन्नो दीदी … Read more