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दिल से दिल रंग जाए

मनोरमा जोशी ‘मनु’ 
इंदौर(मध्यप्रदेश) 
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फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष…

होली प्रीत का त्यौहार,
हम सब मिलकर डालें
प्रेम से,
फागुन में रंगों की बौछार।
लाल गुलाबी रंग के छींटे,
तन-मन सब रंग में भीगे
ऐसा रंग स्नेह का गहरा,
जीवन में कभी न छूटे
दिल से दिल रंग जाए,
कभी न छूटे।
प्रेम और सौहार्द बढे़,
द्वेष-भाव की दीवार मिटा दें
स्नेह संचित जोत जलाएं,
सकारात्मक सोच बढ़ाएं।
लेकर अबीर गुलाब रोली,
खेलें हम हमजोली
तन-मन में तरंग,
मन में उमंग
जीवन हो सतरंगी।
रंगों से रंगीन हो दुनिया
हमारी,
रहें प्रीत से एक…
होली की शुभकामना हमारी॥

परिचय–श्रीमती मनोरमा जोशी का निवास मध्यप्रदेश के इंदौर जिला स्थित विजय नगर में है। आपका साहित्यिक उपनाम ‘मनु’ है। आपकी जन्मतिथि १९ दिसम्बर १९५३ और जन्मस्थान नरसिंहगढ़ है। शिक्षा-स्नातकोत्तर और संगीत है। कार्यक्षेत्र-सामाजिक क्षेत्र-इन्दौर शहर ही है। लेखन विधा में कविता और लेख लिखती हैं।विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आपकी लेखनी का प्रकाशन होता रहा है। राष्ट्रीय कीर्ति सम्मान सहित साहित्य शिरोमणि सम्मान और सुशीला देवी सम्मान प्रमुख रुप से आपको मिले हैं। उपलब्धि संगीत शिक्षक,मालवी नाटक में अभिनय और समाजसेवा करना है। आपके लेखन का उद्देश्य-हिंदी का प्रचार-प्रसार और जन कल्याण है।कार्यक्षेत्र इंदौर शहर है। आप सामाजिक क्षेत्र में विविध गतिविधियों में सक्रिय रहती हैं। एक काव्य संग्रह में आपकी रचना प्रकाशित हुई है।

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