कुल पृष्ठ दर्शन : 259

रख लो अब लाज हमारी

उमेशचन्द यादव
बलिया (उत्तरप्रदेश) 
***************************************************
हे ईश्वर!
मानव का अपमान हो रहा ,
देवत्व आपका कहाँ सो रहा
हे ईश्वर अब भक्त तुम्हारे,
जा रहे बेमौत ही मारे।

गलती की सजा तो है स्वीकार,
पर अब तो मचा है हाहाकार
इस महामारी से तो अब तक,
जीवन से हाथ धो दिए कई हजार।

किसी एक की हैवानियत से,
आज पूरी दुनिया में मची तबाही
अहिंसक नर अब पिसे जा रहे,
हिंसक नर की है वाहवाही।

कहे ‘उमेश’ हे कृष्ण मुरारी,
रख लो अब तुम लाज हमारी।
‘कोरोना’ को खत्म करो अब,
इसी में महिमा है तुम्हारी॥

परिचय–उमेशचन्द यादव की जन्मतिथि २ अगस्त १९८५ और जन्म स्थान चकरा कोल्हुवाँ(वीरपुरा)जिला बलिया है। उत्तर प्रदेश राज्य के निवासी श्री यादव की शैक्षिक योग्यता एम.ए. एवं बी.एड. है। आपका कार्यक्षेत्र-शिक्षण है। आप कविता,लेख एवं कहानी लेखन करते हैं। लेखन का उद्देश्य-सामाजिक जागरूकता फैलाना,हिंदी भाषा का विकास और प्रचार-प्रसार करना है।

Leave a Reply