झोली भर दीजिए

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** गणेश चतुर्थी विशेष…. हे गौरी नन्दन,करता हूॅ॑ वन्दन,चरणों में मुझे लीजिए।हर ओर प्रताप आपका,ज्ञान मुझको दीजिए। सब देवों के प्रिय हैं आप,रिद्धि-सिद्धि के दाता,प्रथम पूज्य श्रीगणेश करूं विनती यही,दु:ख हर लीजिए। आप ही तो प्रथम पूज्य,आपसे ही सब नव काज,चिन्ताएं-कुंठाएं हजार प्रभु,थोड़ी कृपा तो कीजिए। मूषकराज है सवारी,लड्डू-मोदक प्रिय आपको,एक दंत,ज्ञान वंत,साकार … Read more

मैं मजदूर…बहुत मजबूर

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** मैं हर नींव का मजदूर,बहुत मजबूर,पेट की खातिर,हर खुशी से-घर से दूर। बहता हर सुबह-शाम मेरा पसीना,मुश्किल हुआ रोटी की खातिर जीना। मजबूर,पर नहीं हारता हिम्मत कभी,नींव से ताजमहल तक सृजन मेरे सभी। संतोषी हूँ दिल से,लालच करता नहीं,करुँ महल खड़े,पर पेट भरता नहीं। मैं गरीब,सदा बेबस-कैसी लाचारी,फुटपाथ ही जिंदगी,किसको फिक्र हमारी। … Read more

कोरोना:टीका राजनीति का औचित्य क्या!

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** भारत सरकार द्वारा २ कोरोना टीकों को दी गई आपाती इस्तेमाल की मंजूरी पर विपक्षी दलों द्वारा की जा रही राजनीति का कोई औचित्य नहीं जान पड़ता,सिवाय इस आशंका के कि कहीं मोदी सरकार इसका भी राजनीतिक फायदा न उठा ले। दोनों टीकों को स्वीकृति के १ दिन पहले ही पूर्व मुख्‍यमंत्री … Read more

धुंए में धधकता संसार

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************************************ नशे के धुंए में धधकता ये कैसा संसार है,चकाचौंध में देह लूटता ये फिल्मी व्यापार है। जब काम के बदले देह का गढ़ता है किस्सा,बन जाता है ‘अनुराग’ इसी का ताजा हिस्सा। वक्त है फिर जिम्मेदार मालिकों के जागने का,बॉलीवुड की थाली-गंदगी को मांजने का। फैल रही गंदगी की बहुत जरूरी है … Read more

गुलाब को कुछ और कह लें…वह गुलाब ही रहेगा!

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ********************************************************** अच्छा हुआ जो शिवराज सरकार ने मध्यप्रदेश में जिला संग्राहक(कलेक्टर)का पदनाम बदलने की एक गैरजरूरी कोशिश को तिलांजलि दे दी। सरकार ने इस काम के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति को भी भंग कर दिया। दरअसल,यह एक अनावश्यक मशक्कत थी,जो पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार करना चाहती थी,क्योंकि संग्राहक पदनाम बदलना न तो ‘औरंगजेब रोड’ … Read more

नई शिक्षा नीति और सामाजिक सोच में कितना तालमेल ?

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में कहा कि-“ये शिक्षा नीति सभी के परामर्श से तैयार की गई है। यह कोई सर्कुलर नहीं,बल्कि महायज्ञ है,जो नए देश की नींव रखेगा और एक नई सदी तैयार करेगा।” प्रधानमंत्री का यह भाषण उनके संवाद कौशल की ही ताजा कड़ी है। … Read more

नागालैंड में श्वान माँस पर प्रतिबंध…खाद्य फासीवाद कैसे ?

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** बिग बी को कोरोना,चीनी दबंगई और विकास दुबे मुठभेड़ से परे सुदूर पूर्वोत्तर के राज्य नागालैंड में राज्य सरकार द्वारा कुत्ते (श्वान) के माँस पर प्रतिबंध को लेकर बवाल मचा है। जहां पशु प्रेमियों और पशु हिंसा विरोधियों ने इस फैसले का दिल खोलकर स्वागत किया,वहीं स्थानीय नागा नेता और बुद्धिजीवी इस … Read more

बच्चों का ई-शिक्षण,गृह विद्यालय और जरूरी सवाल…

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** कोरोना अतालाबन्दी २.० में भी विद्यालय,महाविद्यालय और शैक्षणिक संस्थाओं के खुलने की संभावना कम है,क्योंकि इनमें सामाजिक दूरी कैसे पालित हो और पढ़ाई भी चलती रहे,इस पर तमाम लोग मंथन कर रहे हैं। विद्यालय-महाविद्यालय जब भी खुलें,लेकिन कोरोना ने हमारी शिक्षा पद्धति में एक अहम बदलाव ला दिया है और वो है … Read more

श्रम कानूनों में बदलाव:काम देंगे,या उसे छीन लेंगे..?

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** क्या विडंबना है कि,`कोरोना` संकट में जहां प्रवासी मजदूरों की बदहाली और विवशता देख पूरा देश सिहर रहा था,वहीं ६ राज्यों ने ताबड़तोड़ तरीके से श्रमिक हितैषी कानूनों को बदल डाला। `तालाबन्दी` के बीच किए गए इस दूरगामी फैसले से नया राजनीतिक घमासान और आशंका का माहौल बन गया है। कांग्रेस … Read more

अच्छी होती है बस ‘माँ’

अजय जैन ‘विकल्प’ इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय मातृत्व दिवस’ १० मई विशेष………. सबसे अच्छी होती है बस ‘माँ’, ईश्वर-सी सच्ची होती है माँ। संपूर्ण सृष्टि का बोध है माँ, हो ‘प्रथम गुरु’ भी अबोध है माँ। संवेदना,भावना,अहसास है माँ, खुशनसीबी है,गर पास है माँ। ज्ञान है,जहान है,प्राण है माँ, हर रिश्ते की पूरी जान है माँ। … Read more