राम का मंदिर बनाएंगे

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** हाँ,हम इस देश के वासी हैं, इस मिट्टी का कर्ज चुकाएंगे। अयोध्या भूमि की नगरी में, राम का मंदिर बनाएंगे। हिंदू-मुस्लिम हम एक होकर, भाईचारे का फर्ज निभाएंगे। अयोध्या भूमि की नगरी में, राम का मंदिर बनाएंगे। मैत्री की राह बताने को, कृपा के हाथ हम जोड़ेंगे। रामलला की … Read more

शेर की दहाड़ ‘लौह पुरुष’

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** सरदार हम सभी की शान हैं, भारत देश की पहचान हैं। इतिहास के गलियारे खोजते हैं, ऐसे सरदार पटेल दिल में बसते हैं। ‘लौह पुरुष’ की ऐसी छवि थी, ना देखा,ना सोचा कभी था। आवाज शेर की दहाड़ थी, ह्रदय कोमलता की पुकार थी। एकता के सूत्र में जिसने … Read more

शुभ दिवाली हर आँगन हो

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** हर घर दीया जला होगा, जीवन में अंधेरा मिटा होगा। शुभ दीवाली हर आँगन हो, खुशियों से घर भरा होगा। न कोई अब दुखी होगा, न गम का अंधेरा होगा। सभी आत्मजोत जगा लो, नई रोशनी से सवेरा होगा। न किसी से बैर होगा, न किसी से झगड़ा होगा। … Read more

धरती का भगवान

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** खेती-बाड़ी जो करे, होता वही किसान। धरती की सेवा करे, धरती का भगवानll धरती का भगवान, सदा ही करे किसानी। रखता इतनी चाह, सुलभ हो दाना पानीll कह डिजेन्द्र करजोरि, कभी जो पीटे छाती। रोये जहाँ किसान, कहाँ हो खेती पातीll परिचय-डीजेंद्र कुर्रे का निवास पीपरभौना बलौदाबाजार(छत्तीसगढ़) में है। … Read more

किसान का दर्द

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** हल चलाते किसान,परिश्रम खूब करते हैं, लेकिन सेठ साहूकार अपनी तिजोरी भरते हैं। कितनी भी मुसीबत हो किसान धैर्य धरते हैं, कौन समझे किसान का दर्द,वे कितना तड़पते हैं॥ स्वयं भूखे रहकर,औरों को भोजन कराते हैं, परिवार का पालन करते,बच्चों को पढ़ाते हैं। धूप हो या वर्षा हो,परिश्रम निरंतर … Read more

स्वच्छ भारत बनाना है

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** न फेंक कूड़ा कचरा तितर-बितर, गंदगी फैलेगी इधर-उधर। स्वच्छता पर ध्यान दे, बीमारियों को दूर भगाना है। स्वच्छ भारत बनाना, प्रेम की गंगा बहाना है। ना कर उपयोग प्लास्टिक का, कागज की थैली बनाना है। हर जगह सफाई रखना, जग को सुंदर बनाना है। स्वच्छ भारत बनाना, प्रेम की … Read more

स्वरोजगार तुमको ढूंढना है

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** ऐसा रोजगार नहीं चाहिए, जिसमें राजनीति की बू आती है। घूसखोर जिसमें पैसा लेते हैं, और डिग्रीयां देखी नहीं जाती हैं। पैसों की शान-शौकत से वह, रोजगार तो हासिल कर लेते हैं। समाज में दिशा नहीं दे पाते वह, समाज में बदनाम हो जाते हैं। गरीब घर के हैं … Read more

हिंदी भाषा को मधुर बनाएं

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. अ आ इ ई की पहचान, स्वर व्यंजन का हो ज्ञान। हिंदी हिंदू हिन्दुस्तान, सबसे अच्छे यहां के इंसान।   आओ प्यारे मिलकर आओ, हिंदी भाषा को मधुर बनाएं। पढ़े-लिखें और जानें, देश-दुनिया में ज्ञान को फैलाएं।   गीत-ग़ज़ल-कविता संग्रह, भाषा शुद्ध चयन में हो … Read more

किताबें ज्ञान की अनमोल धरोहर

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** हर जिज्ञासु के मन में पाने की चाह है, मंजिल तक पहुंचाने की यही एक राह है। नया करने का इनमें बनता ख़्वाब है, जिंदगी में सबसे अच्छी दोस्त किताब है। इसी में कबीर के दोहे एवं संतों की वाणी है, इसी में अच्छी कविता एवं अच्छी कहानी है। … Read more

ईर्ष्या क्यों करता है मानुष

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** जीवन की इस डगर में, उलझन और खटपट है। प्रेम सदभाव के अलावा, झगड़ों का लफड़ा है। ईर्ष्या क्यों करता है मानुष, जब अपनों से बिछड़ जाना है। मत कर इतना भोग-विलास, जीवन में प्रेम जगाना है। घमंड ना कर इस चोले पर, मिट्टी में मिल जाना है। चार … Read more