कुल पृष्ठ दर्शन : 149

You are currently viewing स्वच्छ भारत बनाना है

स्वच्छ भारत बनाना है

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’ 
बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़)
********************************************************************
न फेंक कूड़ा कचरा तितर-बितर,
गंदगी फैलेगी इधर-उधर।
स्वच्छता पर ध्यान दे,
बीमारियों को दूर भगाना है।
स्वच्छ भारत बनाना,
प्रेम की गंगा बहाना है।

ना कर उपयोग प्लास्टिक का,
कागज की थैली बनाना है।
हर जगह सफाई रखना,
जग को सुंदर बनाना है।
स्वच्छ भारत बनाना,
प्रेम की गंगा बहाना है।

न काटो अब तुम पेड़ों को,
हर जगह जल रही है।
पेड़ अधिक लगाना,
धरा को शीतल बनाना है।
स्वच्छ भारत बनाना,
प्रेम की गंगा बहाना है।

सागर नदियों को निर्मल करें,
जीवन सृष्टि को अच्छा रखें।
निज स्वार्थ त्याग कर,
मिल-जुलकर खाना है।
स्वच्छ भारत बनाना,
प्रेम की गंगा बहाना है॥

परिचय-डीजेंद्र कुर्रे का निवास पीपरभौना बलौदाबाजार(छत्तीसगढ़) में है। इनका साहित्यिक उपनाम ‘कोहिनूर’ है। जन्मतारीख ५ सितम्बर १९८४ एवं जन्म स्थान भटगांव (छत्तीसगढ़) है। श्री कुर्रे की शिक्षा बीएससी (जीवविज्ञान) एवं एम.ए.(संस्कृत,समाजशास्त्र, हिंदी साहित्य)है। कार्यक्षेत्र में बतौर शिक्षक कार्यरत हैं। आपकी लेखन विधा कविता,गीत, कहानी,मुक्तक,ग़ज़ल आदि है। सामाजिक गतिविधि के अंतर्गत योग,कराटे एवं कई साहित्यिक संस्थाओं में भी पदाधिकारी हैं। डीजेंद्र कुर्रे की रचनाएँ काव्य संग्रह एवं कई पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित है। विशेष उपलब्धि कोटा(राजस्थान) में द्वितीय स्थान पाना तथा युवा कलमकार की खोज मंच से भी सम्मानित होना है। इनके लेखन का मुख्य उद्देश्य समाज में फैली कुरीतियां,आडंबर,गरीबी,नशा पान, अशिक्षा आदि से समाज को रूबरू कराकर जागृत करना है।

Leave a Reply