मन मेरा भी नहीं,मन तेरा भी नहीं

गोलू सिंह रोहतास(बिहार) ************************************************************** मन मेरा भी नहीं,मन तेरा भी नहीं, अब तो बस दोनों ओर से बहानों के तीर चलते हैंl आज भी कभी तन्हाइयों में सुगबुगाहट होती है,…

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