अनुगूँज
डॉ.हेमलता तिवारी भोपाल(मध्य प्रदेश) ********************************************************** एक बीते हुऐ अतीत का समापन, कहीं गुदगुदाता है मन तो कहीं टीसता-सा लगता है, वो उमंग वो चाहत… न जाने क्यों उधर से ही फिसल गयी। और हम आज भी अपने अरमानों का हार लिए, वैसे ही खड़े हैं उनकी प्रतीक्षा में। हमने बहुत चाहा कि, सब हरियाली ही … Read more