दहेज़ का अजगर

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** दहेज़ रूपी अजगर डस रहा है समाज को, विषधर का विष पीना पड़ रहा है बेटियों के बाप को। इस दानव ने न जाने कितनी बेटियों को जला दिया, बेटी का बाप बेटों के बाप से करता गुहार है। जान से लगा के पाला जिन बेटियों को, वही अब दहेज़ रूपी … Read more

कबहु नशा मत कीजिए

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** कबहु नशा मत कीजिए,यह अवगुण की खानl जो नशा कछु है करा,आज ही दीजे निकालll जो साजन मदिरा पिये,नाही सजनी के जोग। रोज नशा में रत रहे,हजार सता रहे रोगll नशा रोग हद से बढ़े,मिट जाये घर-द्वार। छूट गये रिश्ते सगे,घर में मचाये रारll सब मेहनत की पूँजी,नशा-पत्ता में जाये। सुत … Read more

जो कोई आया, माँ भारती ने अपनाया

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी दिवस विशेष……….. जो क़ोई शरण में आया माँ भारती ने अपनाया, मेरे भारत ने अपनाया। मेरे भारत की विशाल छाती, सबको गले लगाती। अपनी दरियादिली का परचम, विश्व में लहराया। जो कोई… सौहार्द हृदय लेकर, वह गोद में बैठाती। क्या हिन्दू,क्या मुस्लिम, क्या सिक्ख,क्या इसाई। माँ की स्नेह धारा, … Read more

मासूमों की दर्द भरी चीत्कार

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** आत्मा से आत्मा की आवाज सुनाना चाहती हूँ, गुजरते हुए वक्त की दस्तक सुनाना चाहती हूँ। जो नन्हीं मासूमों की चीखों को सुन सहमे नहीं, उन मासूमों की दर्द भरी चीत्कार,सुनाना चाहती हूँ। मर गयी है उनकी आत्मा जो रिश्तों का खून कर, वहशी दरिन्दे हैं उनकी हैवानियत का हाहाकार सुनाना … Read more

दो जून की रोटी

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** जिन्दगी में बहुत मेहनत के बाद, कमाई है,दो जून रोटी। अपना स्वेद बहाया और बड़ी, लगन से पाई है,दो जून रोटी। श्रम से झिलमिलाए हैं स्वेद विन्दु, तब खाई है,दो जून रोटी। बेकसूर होकर भी डाँट खाई है, तब थाली में आई है,दो जून रोटी। मजदूरी और मजबूरी में खपाई है, … Read more

इश्क का रोग

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** इश्क का रोग बुरा है,इश्क न करिये कोय। जो इस जग में इश्क करे,खूं के आँसू रोय॥ सवैया- सखी इश्क का रोग मोहे ऐसो लगो है, अपने होश गवां बैठी मैं। जहाँ देखूँ वहाँ छवि पिया की, इश्क का रोग लगा बैठी मैं। मैं गिरधर की प्रेम दीवानी, गिरधर के गुण … Read more

आओ हम सौगंध उठाएं

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** आओ हम सौगंध उठाएं, देश को निर्मल स्वच्छ बनाएं। सारे पर्यावरण को शुद्ध बनाएं, घर के कचरे के लिए कूड़ादान बनाएं। आओ हम सौगंध… जब भी हम बाजार को जाएं, साथ में अपना झोला ले जाएं। प्लास्टिक पोलीथिन से मुक्ति पाएं, भारत को पोलीथिन मुक्त बनाएं। आओ हम सौगंध… देश नदियाँ … Read more

वो प्यार का सागर थी

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… वो प्यार का सागर थी, वो ममता की मूरत थी। अनमोल सहारा थी, गयीं छोड़ हमें जग से। उसे पाने को कहाँ जाएं, वो ममता की मूरत थी…ll उसकी प्यार भरी रहमत, दिन-रात बरसती है। तेरे प्यार की एक बूँद को पाने को, मेरी चाह तरसती है। … Read more

शाप देने का सुख

अरुण अर्णव खरे  भोपाल (मध्यप्रदेश) *********************************************************************** पुरातन इतिहास में निर्मल हृदय,सच्चरित्र और गुणवान व्यक्तियों द्वारा अनैतिक और धर्मविरुद्ध कार्य करने वालों को शाप दिए जाने के अनेक उदाहरण मिलते हैं,पर कलियुग में शाप–लोगों ने पहली बार सुना। जिस कलियुग में चरित्र और हृदय की पावनता का पूरी तरह से टोटा हो,उस युग में शाप दिया … Read more

चुनाव

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** सत्यता की शपथ वह खाने लगे हैं, जबसे चुनाव करीब आने लगे हैं। फिर वादों का अंबार होगा, फिर माइक पे एलान होगा फिर एक दूजे पे लांछन लगाने लगे हैं। जबसे चुनाव करीब… सत्ता इन पर अजब है नशा, राजनीति के अखाड़े में बुरी है दशा। वह कुर्सी के चक्कर … Read more