कोरोना का प्रहार
राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** याद आ रही है मुझे यादें पुरानी ,लगता जैसे ऐतिहासिक कहानी।सुनो भैया-बहना व सुनो सरकार,झेलता रहा हूँ मैं ‘कोरोना’ का प्रहार। चिकित्सक रक्षक राशन सरकारी,हुई ना रुष्ट इन सबसे लक्ष्मी दुलारी।जाने कहाँ से चली कोरोना आँधी,सहाय नहीं मोदी हो या फिर गाँधी। धीरे-धीरे सारा लौट आया व्यापार,निजी शिक्षक रह गए … Read more