अब तो संवैधानिक रुप से सिंहासन पर बैठाओ

मनोरमा जैन ‘पाखी’ भिंड(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* हिंदी जानती है उसे सतत् बहते रहना है, बहते-बहते ही उसे यहाँ अक्षुण्ण रहना हैl मर जाते हैं लोग वो जो जड़ से टूटे हों, कर निज भाषा सम्मान जिंदा रहना है…ll १४ सितम्बर,हिन्दी दिवस के लिए उसके सम्मान के लिए समर्पित तारीख। भारतेंदु हरिश्चंद्र ने भी कहा है कि … Read more

अजन्मी बेटी की पुकार

मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** मुझे इस धरा पर, माँ तू आने दे। तेरी गोद में खेलकर, आँगन को महकाने दे॥ तेरा ही अंश हूँ, रक्त से तेरे पल रही। मेरी नन्हीं मुस्कान को, काहे तू रौंद रही॥ बेटी,बहन,बहू,माँ बन, कई रिश्ते निभाऊंगी। तेरी लाड़ली कहा जग में, खुशियाँ मैं फैलाऊंगी॥ माँ जैसे पावन रिश्ते को, … Read more

कन्हैया का जन्म

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. कृष्ण जी ने जन्म लिया रात आधी, जमना मैया पूर थी उस रात आधी। चले वसुदेव जी लेकर कन्हैया, पार करने लगे जमना मैया, मध्य रात्रि थी जमना ऊपर उठी कानाजी उगली उठाये, उसमें आधी। जहाँ जन्म लिया,वहाँ पिया दूध नहीं, जहाँ दूध पिया,वहाँ लिया दूध … Read more

जय गोपाल

मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. हे गोपाल,करूँ मैं ध्यान, आ जाओ,करुणा के सागर। हम दीन पुकार रहे हैं, कर दो हम पे उपकारll यशोदा,नंद दुलारे हो, राधा के,तुम प्यारे हो। मुरली मधुर बजाने वाले, गोपियों को,नचाने वाले होll गोवर्धन पर्वत उठा, ग्वालों की रक्षा किये। पाप अंत,करने के लिए, दुष्ट कंस का,संहार … Read more

प्यारा भारत देश हमारा

मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** प्यारा भारत देश हमारा, नित-नित उसका,गुणगान करें देश के पूत हैं हम सब, राष्ट्र-विकास का भाव भरें। साहस धर वीरता से, देशद्रोहियों का संहार करें कदम-कदम पर साथ चलते, देश के लिए तन-मन वार करें। दहकते शोलों की आग बन, चमकते शौर्य का, प्रकाश बन दुश्मनों को पराजित करने, हर पथ … Read more

रक्षाबंधन:कमजोर की रक्षा के दायित्व का पर्व

मनोरमा जैन ‘पाखी’ भिंड(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* जनमानस में राखी पर्व को भाई-बहिन के स्नेह पर्व के रुप में जाना जाता है। जहाँ बहिनें,भाइयों को रक्षा सूत्र बाँधती हैं और भाई उनकी हर स्थिति में रक्षा के लिए कटिबद्ध रहने का संकल्प लेता था। समय बदला और सूत्र का स्थान डिजायनर राखियों व मँहगे तोहफों ने ले … Read more

रक्षाबंधन पर्व

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** रक्षाबंधन पर्व निकट रहा, मन आतुर व्याकुल ये कह रहा- मैं उसको तिलक लगाऊंगी। जिसका तन पाषाण-सा द्दढ़ हो, जिसके बाहुबल में बल हो मन गंगा-सा निर्मल हो, जो मातृभूमि का संबल हो मैं उसको तिलक लगाऊँगी। जो बन गुलाब का फूल खिले काँटों के जंगल में खेले संघर्षों में … Read more

अस्तित्व

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** अपने को पहचानने की, कोशिश बरकरार है। आश्चर्य है मुझे स्वयं पर, कहाँ हूँ,क्या हूँ,कैसी हूँ… बस यही नहीं समझ पाती हूँ, कभी हवा में उड़कर अपनों को बुलंदियों पर पाना, कभी ठहर कर राह ताकते रह जाना… विवशता से और अचानक ही अकर्मण्य हो जाना, या कभी लहरों की … Read more

कारगिल गाथा

मनोरमा जैन ‘पाखी’ भिंड(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. कालचक्र बोल रहा हूँ। मैं समय चक्र हूँ,निरन्तर गतिमान। आज फिर किसी ने मुझे पकड़ने की कोशिश की,पर मैं समय हूँ,अपनी गति से चलता हुआ। अपने सीने में सैकड़ों राज दफ़न किये बढ़ा चला जा रहा हूँ।हजारों हार-जीत देख चुका हूँ,पर कदम नहीं हारे….अनवरत् मैं … Read more

भारत माँ के वीर सपूत

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. धन्य-धन्य है भारत माता, दौलत मिली जहांन की जय हो वीर जवान की, जय हो हिन्दुस्तान की। कण-कण हर बच्चा-बच्चा, मिटने को तैयार है सन…सन…करती चली गोलियाँ, हर सैनिक तैयार है। चेतक की टापों के पीछे, दौड़ी थी जब टोलियां हर सैनिक राणा का वंशज, … Read more