कैसे शब्द सजाऊँ…?
दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** कैसे शब्द सजाऊँ साथी…?? कैसे शब्द सजाऊँ…??दुनिया में घनघोर तबाही,कैसे शब्द सजाऊँ…?? आज सिमटता-मिटता जाता,मानवता का सागर,आत्मा प्यासी,सूखी-सी है,प्रेम के रस की गागर।नहीं मिलता कतरा बादल का,कैसे प्यास बुझाऊँ… ??कैसे शब्द सजाऊँ साथी…?? सज्ज चाँदनी,मन्द पड़ी हँसी,दु:ख की बदली ओट,उस पर भी पड़ती बिजली की,तीखी चोट पर चोट।दिल पर … Read more