सेवा रूपी प्रकाश से ही मिटेगा आतंकवाद का अंधकार

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** आज विश्व में आतंकवाद का तिमिर फैला हुआ है। इस तिमिर को नष्ट करने के लिए सभी को एकजुट होना पड़ेगा। विज्ञान और अध्यात्म का समन्वय ही आंतकवादी सोच को समाप्त कर सकता है। ईश्वर ने मानव को प्रकृति का सुख एक समान दिया है। सूर्य का प्रकाश, चाँद की शीतलता,हवा … Read more

राष्ट्रीय चेतना कॆ लिए निजी स्वार्थ का बलिदान जरुरी

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** राष्ट्रीय चेतना का अभिप्राय(समाज की उन्नति) राष्ट्र की चेतना-प्राण शक्ति समाज से है। राष्ट्र शब्द समाज के अर्थ में ही प्रयुक्त होता है। जिस क्षण समुदाय में एकता की एक सहज लहर हो,उसे राष्ट्र कहते हैं। समाज और साहित्य का भी विरोध संबंध है। साहित्य सामुदायिक विकास में सहायक होता है, … Read more

चौकीदारी

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** चौकीदार की चौकीदारी ने कमाल कर दिया, नव उदित भारत का निर्माण कर दिया। चौकीदार की चौकीदारी ने, विश्व में परचम अपना लहराया है योग भारत का विश्वभर में फहराया है। योग दिवस की हुई घोषणा यूएस के आँगन में, चौकीदार की चौकीदारी ने कमाल कर दियाl नव उदित भारत का … Read more

नारी सशक्तिकरण

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** नारी ने जब-जब अपनी शक्ति को पहचाना, पहचान में ही पहचान बनी उसकी नई पहचान। शक्ति का रूप है नारी,सतीत्व की पहचान, नारी से ही जन्मे ध्रुव,प्रहृलाद और भगवान॥ नारी कमजोर नहीं,नारी के बल का तौल नहीं, त्रिदेव वात्सल्य रस में डूबे बने बाल भगवान। बनकरअपमान की ज्वाला दहक उठा गगन, … Read more

चुनाव का मुद्दा

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** पक्ष-विपक्ष में बनते मुद्दे घोटालों के बनते मुद्दे, चारा घोटाला हो या कोयला घोटाला, दलदल में फँसी है राजनीति। भगौड़े बन जाते प्रवासी जगत में उतरते, वो करोड़ों का घोटला बनता है एक मुद्दा। रेलियों की लगी बड़ी होड़ पक्ष-विपक्ष के हाथों में, आए हैं अपने-अपने झण्डे, कच्चे चिठ्ठे मुँह के … Read more

पिंजड़ा

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** पिंजड़ा स्वर्ण जड़ित दीवारों का बना खूब सजा खूब बड़ा। सोने की कटोरी, मदे की भरी। अफ़सोस हाय! सब फीकी लगे। चाहत है परिन्दे की, नील-गगन में उड़े पंछी के पंख, बेजान पड़े। कटुक निबौरी चाहे मिले, नीड़ भले ना मिले। जल सरोवर का भले, शाखाओं की टहनी पर झूला पड़े। … Read more

रंगों की फुहार

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** राधा बृषभान की छोरी,प्रेम रंग से खेले होली, मन पर प्रेम र॔ग की पिचकारी,श्याम ने खूब मारी… अंग-अंग,रोम-रोम भीगा,राधा श्याम की होली। गोपियों का महारास,बना गोकुल की पहचान, माखन-मिसरी के बहाने नाचे जगत कन्हैया… गोपियाँ श्याम स॔ग होली,प्रेम रंग से खेलें होली। भक्ति के रंग में एक बालक ने खेली होली, … Read more

नारी की श्रद्धा

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** नारी तुम केवल एक श्रद्धा हो, नारायण है परछाई तेरी दुर्गा बन असुरों का संहार किया, कल्याणी बन सुर को तार दिया। नारी है देश प्रेम की गौरव-गाथा, नारी है विश्व-विधाता,ज्ञान पताका। नारी के बल का तौल नहीं,सतीत्व है पहचान, त्रिदेव झूले पलने,बनकर बाल भगवान। नारी ममता की मूरत,करूणा का सागर, … Read more

अभिनंदन का अभिनंदन

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** हे भारत के धीर-वीर,वायुवीर अभिन्दन वीर तुझे सलाम, हम सब करते हैं सलाम। हे धीर-वीर वायुवीर तुझे सलाम, प्रताप तुम्हारा,चहुंओर तुम्हारा। है प्रसिद्ध जगत उजियारा, आंतकवाद का करो सफाया। भारत माँ के काज संवारे, मानवता के हो तुम प्यारे। सब सुरक्षित हो तुम्हारी शरणा, तमु रक्षक काहू डरना। शौर्य तुम्हारा सबके … Read more