क्यूँ हार गए तुम!
रूपेश कुमार सिवान(बिहार) ******************************************************** सुशांत सिंह-आत्महत्या इतनी क्या देर हो गई तुम्हें,तुम्हें आए कितने दिन हुएऐसे कोई थोड़े जाता है भला,ये जिंदगी कोई खेल थोड़े है। चौतीस यौवन देख चुके तुम,क्या इतने ही ज्यादा हो गएइस छोटी-सी जिंदगी में,जीवन क्यों मजबूर हुआ! अभी सारा जीवन बाकी था,शुरुआत तो अब हुई थीदूसरे को हौंसला देने वाले,स्वयं … Read more