दर्द देना आदत तुम्हारी

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** दर्द देना प्यार में आदत तुम्हारी बन गयी है,चोट देना मुस्कुरा कर आदत तुम्हारी बन गयी है।जानता हूँ 'जी' नहीं सकते,हमारे प्यार बिन तुम- आपसी तकरार…

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तुम्हारा प्रेम

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** तुम्हारा प्रेम श्वांसों में मेरे हरदम धड़कता है,मिला जो था वहां अनुभव,होंठों पर फड़कता है।कहूँ शब्दों में कैसे मैं,मिला जो था वहां मुझको- वो मेरे मन…

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दूर बैठे हैं

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** स्वयं दिल के ही हाथों हम हुए मजबूर बैठे हैं,तुम्हारे इश्क में हम भी हुए मशहूर बैठे हैं।'कोरोना' से कहीं हम-तुम प्रभावित हो नहीं जाएं- मुहब्बत…

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मिटे हृदय दुर्भावना

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** भगवन मेरी प्रार्थना,करिए यह स्वीकार। मिटे हृदय दुर्भावना,फैले जग में प्यार। फैले जग में प्यार,रहें मिलजुल कर सारे। हों सब जन खुशहाल,न हो दुःख…

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माँ हँसकर सहती पीर

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** माँ संतति के वास्ते,हँसकर सहती पीर। ठुकराती औलाद जब,होती बहुत अधीर॥ होती बहुत अधीर,अश्रु आँखों से झरते। किन्तु ना करती रोष,दुआ के शब्द निकलते॥…

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