चाँद इश्क़

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** चलो चाँद कुछ और बताए, हल्के हवा के झोंके मंद मधुर चाँदनी में हूर नूर का अंदाज़ बताए। चंचल चितवन शोख अदाएं, सावन का वासंती यौवन इन्सा को हुस्न हैसियत बताए। चन्दन बिजली पानी, जैसा चाँद आपका प्यार चलो चाँद इंसा की, खुशियों का चमन बहार बनाए। चाँद शरारत … Read more

कोई सिला न मिला…

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** क्या कहूँ, ज़िंदगी को वफाओं का कोई सिला न मिला। बेवफा दुनिया में, बेवफाई का सिलसिला ही मिला। तमाम उम्र भटकता रहा,खुशियों की तलाश में, अदाओं से रुसवा मंदिरों मस्जिदों की, दर-दीवारों खुद को खोजता किसी दुआ की आस में। अरमानों के आसमान में उड़ता, चाहत-जज्बों में मगर मंजूर … Read more

संस्कारों का प्रतिबिम्ब हिंदी

सारिका त्रिपाठी लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. हम सब बचपन में शाला जाना शुरू करते हैं और ज्ञान की प्राप्ति करते हैं। शाला में हम कहीं विषय की पढ़ाई करते हैं,जिनमें हिंदी विषय भी एक है,लेकिन दुःख की बात यह है कि आज भी हम हिंदी का इस्तेमाल करने पर शर्म महसूस करते हैं। … Read more

हिन्दी का रसपान

कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. आज हमारी भाषा का हम उतना ही सम्मान करें, सदियों से पाती जो माता उतना ही गुणगान करें। वो ही अपनी भाषा है जो लोरी गाकर जी बहलाती, मन के सारे अहम भाव को फिर दूर वही कर जाती है। अधर हमारे जब भी मिलते … Read more

श्री गणेश तत्व और महोत्सव

सारिका त्रिपाठी लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* भगवान गणेश का प्राकट्य भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि को हुआ था- “नभस्ये मासि शुक्लायाम् चतुर्थ्याम् मम जन्मनि। दूर्वाभि: नामभिः पूजां तर्पणं विधिवत् चरेत्॥” तब से लेकर आज तक उनका महोत्सव मनाया जा रहा है। भाद्र पद मास का वैदिक नाम नभस्य है। प्राचीन काल में मिट्टी की मूर्ति बनाकर अनेक विधियों … Read more

कारवां मिल गया

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** जिन्दगी की किश्ती को जमाने की किस्मत, मिल गई मौजों के तूफ़ां, उम्मीदों की धारा में उम्मीदों के साहिल, को किनारा कारवां मिल गयाl हसरत की हैसियत, दरिया पहाड़ों से निकल तमाम मुक़ामों-राहों से गुजर, समन्दर की शान नजारों का नजारा, हस्ती का सहारा बन गईl जिन्दगी तो पानी … Read more

हे गजनंदन धारी

कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* जन-जन के तुम मनभावन हो रिद्धि-सिद्धि के स्वामी, पल-पल तुमको पूजा करते हम सब हिन्दुस्तानी। जीवन की रुत बदला करती और प्रेम की भाषा, अपना सब कुछ अर्पण कर दें इतना दे दो दाता। जन-जन के तुम… माया-मोह का बंधन भी अब नहीं रहे कोई शेष, जीवन बस खुशियों … Read more

तलाश

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** हर किसी को तलाश मंजिल की, सफर इस कदर तन्हा भीड़ में भी हौंसला, जज्बा उदास। अरमान अंदाज जिंदगी के, जमीं-आसमां जीत का खुमार हार का, शबाब उम्मीद की एक आवाज। नहीं हारना नहीं थकना, लम्हा-लम्हा इश्क जुनून की जिंदगी, ही जमाने में मशहूर। हजारों ख्वाब जिंदगी के साहिल … Read more

कृष्ण कह तू …

कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. कृष्ण कह तू या कन्हैया या मदन गोपाल कह, हर क्षणों में वह छुपा है इन पलों से प्यार कर। कौन कहता है नहीं वह इस धरा के धाम पर, धड़कनों में वह बसा है थोड़ा चित्त को ध्यान धर। तू कन्हैया पाने की हठ … Read more

‘प्रेम’ यानि आत्मा से आत्मा का मिलन

सारिका त्रिपाठी लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* संसार में अलग-अलग स्वभाव के अलग-अलग व्यक्ति हैं। सभी में अलग-अलग कुछ विशेष गुण होते हैं,जिसे व्यक्तित्व कहते हैं। कुछ विशेष व्यक्तित्व विशेष व्यक्ति को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। यही आकर्षण जब एक-दूसरे के विचारों में मेल पाता है। एक-दूसरे के लिए त्याग का भाव अनुभव करता है,एक-दूसरे के लिए … Read more