मैं भी पढ़ने जाता था
उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) ************************************* मेरा विद्यार्थी जीवन स्पर्धा विशेष …….. मन भाए बचपन की यादें,मन के राग मैं गाता था,बचपन मेरा बड़ा निराला,मैं भी पढ़ने जाता था। अच्छा लगता मित्रों के संग में,कागज की नाव चलाता था,बचपन मेरा बड़ा निराला,मैं भी पढ़ने जाता था। पहले तो मन लगा नहीं था,रोते इधर-उधर भग जाता था,बचपन मेरा बड़ा … Read more