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अपनी-अपनी अध्यापन शैली में बदलाव लाएं

पाठ्यक्रम कार्यशाला-लोकार्पण

हैदराबाद (तेलंगाना)।

सभी अध्यापक अपनी-अपनी अध्यापन शैली में बदलाव लाएं। कार्यशाला में दिए गए प्रशिक्षण तथा प्राप्त ज्ञान के अनुसार अध्यापन कार्य करने का प्रयास करें।
केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा (शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार) के हैदराबाद केंद्र द्वारा पोर्टब्लेयर, अंडमान में अंदमान-निकोबार द्वीप समूह के माध्यमिक विद्यालय के हिंदी अध्यापकों के प्रशिक्षण के लिए नवीकरण पाठ्यक्रम कार्यशाला के आयोजन
में यह बात मुख्य अतिथि प्राचार्य रवींद्र कुमार सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कही। इस पाठ्यक्रम में ४९ हिंदी अध्यापकों ने भाग लिया। पाठ्यक्रम राज्य शिक्षा संस्थान (पोर्टब्लेयर अंडमान) के प्राचार्य श्री सिंह के सहयोग से शिक्षा सदन के कांफ्रेंस सभागार में हुआ। पाठ्यक्रम में क्षेत्रीय निदेशक डॉ. गंगाधर वानोडे के साथ मैसूर केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. परमान सिंह, अंडमान के सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. राम कृपाल तिवारी, सहायक प्राध्यापक श्रीमती संसारवती आदि ने अध्यापन कार्य किया।
इस दौरान प्रतिभागियों ने ‘शहीदों की धरती अंडमान’ पत्रिका का सृजन किया। इसका लोकार्पण समारोह में अतिथियों द्वारा किया गया। पत्रिका की संपादक शांता राज रहीं।
समापन समारोह की अध्यक्षता डॉ. वानोडे ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में सर्व भाषा सेवा संस्था (पोर्टब्लेयर)के संस्थापक एवं निदेशक हेमंत राव और वरिष्ठ संकाय सदस्य सेतुकराई विशेष रूप से उपस्थित रहे।
अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ. वानोडे ने कहा कि संपर्क भाषा और अध्ययन-अध्यापन की भाषा में अंतर है। छात्रों को हिंदी सिखाते समय उच्चारण तथा वर्तनी पर ध्यान देना चाहिए।
प्रारंभ अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। हिंदी अध्यापिका अलेक्सांद्रा जेम्स ने गणेश स्तुति तथा श्रीमती मोनिका फिलिप ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति की। श्रीमती पूनम कुमारी ने अतिथियों का स्वागत एवं परिचय अपनी मधुर वाणी से किया। स्टीफेन ने देशभक्ति गीत, श्रीमती सफीना बेगम ने कबीर तथा रहीम के दोहे गाए।
पाठ्यक्रम के दौरान पर-परीक्षण लेकर परिणाम घोषित किया गया। इसमें प्रथम श्रीमती बी. रमणी कुमारी, द्वितीय श्रीमती सुनयना कुमारी, तृतीय स्थान श्रीमती स्वर्ण रेखा ने प्राप्त किया। सभी को पुरस्कृत किया गया। संचालन हिंदी अध्यापिका श्रीमती शीला जे. ने किया। धन्यवाद श्रीमती अनिता शर्मा ने दिया।

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