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कड़े मुकाबले में संजय एम. वासनिक और हरिहर सिंह चौहान बने प्रथम विजेता

इंदौर (मप्र)।

हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा सतत स्पर्धाओं की श्रृंखला जारी है। इसी क्रम में ‘अस्तित्व बनाम नारी’ विषय पर आयोजित ७९वीं स्पर्धा में उत्कृष्ट रचना उकेर कर पद्य में प्रथम विजेता संजय एम. वासनिक ‘वासु’ एवं गद्य में हरिहर सिंह चौहान बने हैं।
मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन (दिल्ली) व संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ (मप्र) ने यह परिणाम जारी किए। आपने बताया कि, विषय (महिला दिवस विशेष) पर प्राप्त प्रविष्टियों में से श्रेष्ठता अनुरुप निर्णायक मंडल ने पद्य में पहले क्रम पर ‘संभालने वाली नारी हो…’ हेतु श्री वासनिक (मुम्बई) को चुना है। इसी वर्ग में रचना ‘शक्ति का अवतार है नारी’ हेतु राजबाला शर्मा ‘दीप’ (अजमेर) को द्वितीय तथा ‘छू ले आकाश सखी’ के लिए मीरा सिंह ‘मीरा’ (बक्सर) को तृतीय विजेता घोषित किया गया है।
उक्त परिणाम के लिए मंच की संयोजक प्रो.डॉ. सोनाली सिंह, मार्गदर्शक डॉ.एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’, परामर्शदाता डॉ. पुनीत द्विवेदी (मप्र), विशिष्ट सहयोगी एच.एस. चाहिल व प्रचार प्रमुख श्रीमती ममता तिवारी ‘ममता’ (छग) ने सभी विजेताओं-सहभागियों को हार्दिक बधाई दी है।
श्रीमती जैन ने बताया कि, हिंदी साहित्य अकादमी (मप्र) से अभा नारद मुनि पुरस्कार-सम्मान एवं १ राष्ट्रीय कीर्तिमान प्राप्त १.५४ करोड़ दर्शकों-पाठकों के अपार स्नेह और १० सम्मान पाने वाले इस मंच द्वारा आयोजित उक्त स्पर्धा में गद्य वर्ग में प्रथम स्थान पर श्री चौहान की रचना ‘आस्तित्व के लिए संघर्ष जारी रखें महिलाएँ’ है तो गोवर्धनदास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’ (बीकानेर) की रचना ‘नारी समान दर्जे की अधिकारी’ ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है।