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भारतीय अस्मिता की

डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
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शौर्य दिवस विशेष….

भारतीय संस्कृति में,
‘शौर्य दिवस’ एक शान है
यह भारतीय अस्मिता की,
बेहतरीन पहचान है।

यह भारतीय सैनिकों की,
वीरता और बलिदान का
उन्नत संस्कार है,
पाकिस्तान को घुटने पर गिराकर
आत्म समर्पण करने के लिए,
दी गई चोट का सर्वोत्तम उपहार है।

विजय पताका फहराकर,
देश का वैभव बढ़ाने का
यह उच्चतम व वैभवशाली,
सम्मान का स्वर्णिम दिन है
पाकिस्तान का दो टुकड़े करके,
बांग्लादेश के रूप में
उदय नए राष्ट्र का,
उभय अद्भुत शुभ दिन है।

हम सब जानते हैं,
पाकिस्तान की हार का
यह एक उन्नत प्रमाण है,
यह भारतीय इतिहास का,
गौरव पूर्ण सम्मान है
वीर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि का,
अनमोल व अनूठा किस्सा है
यह वीरों के अदम्य साहस की,
अद्भुत प्रेरणादाई कहानी और
जीवन्त भारत का बन चुका हिस्सा है।

शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित,
कर हम देते हैं हृदय से
हम सब श्रद्धांजलि इस दिन,
भारत के मस्तिष्क को
उन्नत बनाने वाले को,
संयुक्त भाव से देते हैं
भावांजलि मानकर इसे इतिहास का,
सर्वश्रेष्ठ सर्वोत्तम स्वर्णिम दिन।

शौर्य दिवस का हमारे जीवन में एक लम्बा,
स्वर्णिम स्वप्न संग अद्भुत इतिहास है
वीर सपूतों को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि,
अर्पित करते हुए दिल को इस दिन,
मिलता खूब अच्छा एहसास है।

शूरवीरों के अदम्य साहस और,
बलिदान के,गीत शौर्य दिवस के
पावन अवसर पर गाए जाते हैं,
श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए
शहीदों को सम्मान संग,
परिवार की खुशियाँ बिखेरने में
हर क्षण हर पल हम सब,
हृदय पुष्प से लग जाते हैं।

यह दिवस शहीदों को,
सम्मान देने की अनोखी
उन्नत और आह्लादित पहल है।
यहां राजनीति का कहीं नहीं,
दिखता कोई राजनीतिक पटल है।

यह क्रूरता,उदण्डता और नीचता पर,
बहुत बड़ा प्रहार है
युद्ध वीरों को सम्मानित करने का,
सर्वोत्तम व्यवहार है।

प्राणों की आहूति देने वाले वीरों को दिया,
जाने वाला सर्वोत्तम सम्मान है
हम सबको शहीदों के प्रेम को,
अभिव्यक्त करने का दिखता,
सर्वश्रेष्ठ सर्वोत्तम अभिमान है।

रणबांकुरों और वीर सपूतों को,
अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए
वीरों को उनके अदम्य साहस और बलिदान का,
हम सबको मजबूती से प्रण करना होगा।
सही सम्मान अनवरत भाव से सदियों तक,
सदैव तत्पर रहते हुए करते रहना होगा॥

परिचय-पटना(बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता,लेख,लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम.,एम.ए.(राजनीति शास्त्र,अर्थशास्त्र, हिंदी,इतिहास,लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी,एलएलएम,सीएआईआईबी, एमबीए व पीएच-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन)पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित अनेक लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं,जिसमें-क्षितिज,गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा संग्रह) आदि है। अमलतास,शेफालीका,गुलमोहर, चंद्रमलिका,नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति,चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा,लेखन क्षेत्र में प्रथम,पांचवां,आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।

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