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‘भूखे से भगवान की बातें, रहने दो…’

मुजफ्फरपुर (उप्र)।

शहर के बाबू अयोध्या प्रसाद खत्री साहित्यिक सेवा संस्थान की ओर से गाँधी पुस्तकालय स्थित सभागार में मासिक कवि सम्मेलन सह मुशायरा किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि डॉ. देवव्रत अकेला ने की। इसमें ग़ज़ल ‘भूखे से भगवान की बातें, रहने दो ये ज्ञान की बातें…’ खूब सराही गई।
सम्मेलन की शुरुआत गीतकार डॉ. विजय शंकर मिश्र ने गीत से की। नटवर साहित्य परिषद के संयोजक व प्रेमचंद साहित्य परिषद के अध्यक्ष वरिष्ठ कवि व शायर डॉ. नर्मदेश्वर प्रसाद चौधरी ने ग़ज़ल-‘भूखे से भगवान की बातें, रहने दो ये ज्ञान की बातें, पहले हाथ में रोटी तो रख, फिर करना ईमान की बातें॥’ सुना कर भरपूर तालियाँ बटोरी। डॉ. अकेला ने ‘कहाँ सो गये भगवान, कहाँ खो गये भगवान’ सुनाकर तो युवा कवि सुमन कुमार मिश्र ने ‘तुम्हें गाँवों से जुड़ना होगा, वहां के भावों से जुड़ना होगा’ सुनाकर भरपूर तालियां बटोरी। आलोक कुमार ने प्रवासी भारतीय पर रचना एवं दीनबंधु आजाद ने ‘आजादी मिली है हमें फरियाद की जमात में’ सुनाकर तालियाँ बटोरी। डॉ. जगदीश शर्मा, ओम प्रकाश गुप्ता, शशि रंजन वर्मा व अरूण कुमार तुलसी आदि की रचनाएं भी काफी सराही गई। मंच संचालन संपादक डॉ. विजय शंकर मिश्र ने किया।

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