कुल पृष्ठ दर्शन : 173

You are currently viewing अद्भुत प्रतिभा के साहित्यकार रहे रामवृक्ष बेनीपुरी

अद्भुत प्रतिभा के साहित्यकार रहे रामवृक्ष बेनीपुरी

जयंती समारोह…

पटना (बिहार)।

तरुणाई से मृत्यु तक अपने हृदय में आग लिए जीते रहे रामवृक्ष बेनीपुरी। वे एक महान क्रांतिकारी, अद्भुत प्रतिभा के साहित्यकार, प्रखर वक्ता, मनीषी संपादक, दार्शनिक चिंतक और संघर्ष के पर्यायवाची व्यक्तित्व थे।
यह बात बिहार हिंदी सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने सम्मेलन में ‘कलम के जादूगर’ रामवृक्ष बेनीपुरी के जयंती समारोह, पुस्तक लोकार्पण और लघुकथा-गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर विदुषी लेखिका डॉ. सुषमा कुमारी की पुस्तक ‘हिन्दी बाल साहित्य में बाल विमर्श’ का लोकार्पण किया गया। लेखिका की साहित्यिक प्रतिभा पर आपने कहा कि,

सुषमा जी की गंभीर रचनाशीलता पाठकों का ध्यान खींचने में सफल हुई है। मुख्य अतिथि और पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति हेमंत कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चों में संस्कार विकसित करने के लिए उनमें बाल-साहित्य के प्रति रुझान उत्पन्न करना चाहिए। अतिथियों का स्वागत सम्मेलन के उपाध्यक्ष शंकर प्रसाद ने किया। कृतज्ञता ज्ञापन में लेखिका ने कहा कि ‘बाल-विमर्श’ क्यों नहीं ? इसी प्रश्न के उत्तर में इस पुस्तक का सृजन हुआ है। मंच का संचालन कुमार अनुपम ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कृष्णरंजन सिंह ने दिया।

Leave a Reply