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खिल उठी जिंदगी

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’
अलवर(राजस्थान)
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रोशनी से जिंदगी…

खिल उठी रोशनी से जिंदगी,
अब मुझे कोई ग़म नहीं है
गिरा दे लक्ष्य से जो कोई,
ये किसी में अब दम नहीं है।

बढ़ गया आत्मविश्वास मेरा,
खुशियों की बरसात हुई है
मेरे घर के आँगन में फिर से,
अपनों की मुलाकात हुई है।

मेरे हृदय के अन्तर्मन में,
खुशियों का संचार हुआ है
दीन-दुखियों की सेवा का,
दिल में एक अवतार हुआ है।

उमड़ रहा खुशियों का सागर,
झर-झर झरना बह रहा है
आओ डुबकी लगा लो प्यारे,
मन का विश्वास कह रहा है।

घर-घर दीप जल रहे हैं,
सबका दिल गुलज़ार हुआ है।
हर घर के आँगन में देखो,
खुशियों का संचार हुआ है॥

परिचय- ताराचंद वर्मा का निवास अलवर (राजस्थान) में है। साहित्यिक क्षेत्र में ‘डाबला’ उपनाम से प्रसिद्ध श्री वर्मा पेशे से शिक्षक हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में कहानी,कविताएं एवं आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। आप सतत लेखन में सक्रिय हैं।

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