कुल पृष्ठ दर्शन : 269

त्योहार

इलाश्री जायसवाल
नोएडा(उत्तरप्रदेश)

*******************************************************

काश! ये त्योहार
सिर्फ त्योहार न होते,
कोई,जादू की छड़ी होते
जो दिल से दिल की
कड़ी होते।
मिट जाता हर दु:ख-दर्द,
ऐसी जड़ी होते।

किताबों में पढ़ी,
लोगों से सुनी
त्योहारों की परिभाषा,
ये है,दिलों की आशा
हरेक को करीब लाने की मंशा,
पर मुझे ये सब,झूठी लगती हैं
दादी की कहानी जैसी लगती हैं,
क्योंकि…
त्योहार सिर्फ उनके लिए है,
जिनके पास पैसा है
जिनके पास प्यार है,
जिनके पास परिवार है,
मैं तो एक गरीब हूँ…
जिसके पास न पैसा है,
न प्यार है
न परिवार है।

मेरे लिए त्योहार सिर्फ,
मेरे दिल की हार है
तभी तो चाहती हूँ,
कहती हूँ-
काश! ये त्योहार,
सिर्फ त्योहार न होते
कोई,
जादू की छड़ी होते…
जो दिल से दिल की कड़ी होते॥

परिचय-इलाश्री जायसवाल का जन्म १९७८ में २५ जून को हुआ हैl अमरोहा में जन्मीं हैंl वर्तमान में नोएडा स्थित सेक्टर-६२ में निवासरत हैंl उत्तर प्रदेश से सम्बन्ध रखने वाली इलाश्री जायसवाल की शिक्षा-एम.ए.(हिंदी-स्वर्ण पदक प्राप्त) एवं बी.एड. हैl आपका कार्यक्षेत्र-हिंदी अध्यापन हैl लेखन विधा-कविता,कहानी,लेख तथा मुक्तक आदि हैl इनकी रचनाओं का प्रकाशन विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं तथा पोर्टल पर भी हुआ हैl आपको राष्ट्रीय हिंदी निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार व काव्य रंगोली मातृत्व ममता सम्मान मिला हैl इनकी लेखनी का उद्देश्य-हिंदी-साहित्य सेवा हैl इनके लिए जीवन में प्रेरणा पुंज-माता तथा पिता डॉ.कामता कमलेश(हिंदी प्राध्यापक एवं साहित्यकार)हैंl

Leave a Reply