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धुन राम नाम की

डॉ. कुमारी कुन्दन
पटना(बिहार)
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तिल-तिल करके दिन बीता,
और कितनी बीती रे उमरिया
पर पूरे हुए ख्वाब सभी के,
सज गई अयोध्या नगरिया।

चहुँ ओर धुन राम नाम की,
सृष्टि, धरा इतराई आज
कण-कण में जो बसने वाले,
करते सबके दिल पर राज।

वर्षों इन्तजार किया और,
पथरा गई थी नजरिया
पर पूरे हुए ख्वाब सभी के,
सज गई अयोध्या नगरिया।

सबका सुहाना था सपना,
हिन्दू राष्ट्र हो एक अपना
विश्व में भी अपना मान हो,
धर्म सनातन का सम्मान हो।

शहादत सबकी है रंग लाई,
खुशी की आई वो घड़ियाँ
और पूरे हुए ख्वाब सभी के,
सज गई अयोध्या नगरिया।

तोड़ा था, बर्बाद किया था,
मन में जिनके था खोट
फिर लौटा सम्मान धर्म का,
लगी तो होगी दिल पर चोट।

पर इनका कौन बिगाड़ेगा,
जो हैं सबके मन बसिया
और पूरे हुए ख्वाब सभी के,
सज गई अयोध्या नगरिया।
राम नाम को अपनाकर हम,
अपने राम को आदर्श बना लें
जीवन के इस अँधियारे में,
ज्ञान का एक दीप जला लें।

जीवन के गम, होंगे कम,
सुगम हो जाएगी डगरिया।
देखो पूरे हुए ख्वाब सभी के,
सज गई अयोध्या नगरिया॥