ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’
अलवर(राजस्थान)
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नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस)….
नारी नाम उपासना है,
ईश्वर की आराधना है
नारी का सम्मान करो,
ये हृदय की कामना है।
हर घर की मर्यादा है,
स्नेह सबसे ज्यादा है
ममता के सानिध्य में,
दिल उसका सादा है।
सदा पुण्य कमाया है,
बरगद की सी छाया है
हरपल जो साथ रहे,
वो प्यारा-सा साया है।
आँचल में शीतल छाया है,
शिशु को दूध पिलाया है
मातृत्व का प्रस्फुटन है,
उसने ही जगत रचाया है।
युगों से फ़र्ज़ निभाया है,
सदा ही सिर झुकाया है।
जीवन में जो आए अंधेरा,
उसने ही दीप जलाया है॥
परिचय- ताराचंद वर्मा का निवास अलवर (राजस्थान) में है। साहित्यिक क्षेत्र में ‘डाबला’ उपनाम से प्रसिद्ध श्री वर्मा पेशे से शिक्षक हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में कहानी,कविताएं एवं आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। आप सतत लेखन में सक्रिय हैं।