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पढ़ो नित गीता

बोधन राम निषाद ‘राज’ 
कबीरधाम (छत्तीसगढ़)
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गीता वेद पुराण का, मनन करो जी आप।
कट जायेंगे आपके, सारे दुख-संताप॥
सारे दुख-संताप, ध्यान गीता का करना।
दिया कृष्ण उपदेश, इसे जीवन में धरना॥
कहे ‘विनायक राज’, आज मन हो मत रीता।
भर लो शक्ति अपार, पढ़ो साथी नित गीता॥

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