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राष्ट्रीय संगोष्ठी में बताई पुस्तकालय की महत्ता

काशी (उप्र)।

माधव फाउंडेशन (सारनाथ) एवं भारतीय जन जागरण समिति (उत्तर प्रदेश) के तत्वावधान में सिगरा स्थित सभागार में ‘हर घर पुस्तकालय:आज की आवश्यक्ता’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें काशी के साहित्यकार और कलाकारों आदि ने भाग लिया।
कुमार सभा पुस्तकालय (कोलकाता) के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ लेखक डॉ. प्रेम शंकर त्रिपाठी ने मुख्य अतिथि पद से कहा कि, हम तकनीक के साथ अवश्य कदम ताल मिलाकर चल रहे हैं, लेकिन पुस्तक संस्कृति कभी समाप्त नहीं होगी। यदि पुस्तकालय हैं तो पुस्तकों की अस्मिता बनी रहेगी। अध्यक्षता करते हुए पूर्व न्यायाधीश डी.एल. श्रीवास्तव ने कहा कि, छोटा ही सही, हर घर में एक पुस्तकालय होना आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक ओ.पी. द्विवेदी, साहित्यकार नीरजा माधव, डॉ. अशोक सिंह व हिमांशु उपाध्याय आदि ने भी अपनी रचनाओं के माध्यम से विचार व्यक्त किए। संचालन-आभार का दायित्व मनोज श्रीवास्तव ने निभाया।