बबीता प्रजापति ‘वाणी’
झाँसी (उत्तरप्रदेश)
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फ़िज़ूल की बातों में,
वक़्त जाया न कर
राह कोई मांगे,
भरमाया न कर।
वो करता है हिसाब,
नेकी और बदी के
करके एहसान किसी पे,
जताया न कर।
सुना है, बिन मांगे,
मिल जाता सब-कुछ
खुदा के नेक बंदों को,
इबादत में सर झुका
हाथ फैलाया न कर॥