प्रिया देवांगन ‘प्रियू’
पंडरिया (छत्तीसगढ़)
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नव वर्ष विशेष….
नये वर्ष की शुभ बेला पर,सबका साथ निभायेंगे।
हुये गिले-शिकवे हैं जो भी,उनको दूर भगायेंगे॥
है इंसान एक बराबर,फिर क्यों पीछे जाते हो।
जाति-धर्म का भेद बताकर,छोटी सोंच बनाते हो॥
पढ़ी-लिखी यह सारी पीढ़ी,इक पहचान बनायेंगे।
नये वर्ष की शुभ बेला पर,सबका साथ निभायेंगे॥
बैठे रहते सड़क किनारे,वो भी तो भूखे होते।
वर्ष नया उनका भी आता,लेकिन क्यों वह है रोते॥
आओ साथी सारे मिलकर,हम भी आज हंँसायेंगे।
नये वर्ष की शुभ बेला पर,सबका साथ निभायेंगे॥
देखो मानव की आजादी,पार्टी भी सभी मनाते।
पी कर दारू खा कर मुर्गा,यहाँ गंदगी फैलाते॥
आज नया हम प्रण लेते हैं,मिलकर इसे मिटायेंगे।
नये वर्ष की शुभ बेला पर,सबका साथ निभायेंगे॥