बाबूलाल शर्मा
सिकंदरा(राजस्थान)
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पंथ आज देश शान,मानवी प्रकाशमान।
विकास गाँव-गाँव में,सड़क से जानिये।
आने जाने वाले दु:ख,चाहते वाहन सुख।
मिलता सहारे जिसे,सड़क ही मानिये।
बाम चाल देख भाल,देख चिह्न संकेतक,
कागजात साथ रख,नियमों को पालिये।
हेलमेट सिर धर,दुपहिया चलाना है।
सीट बेल्ट कार वाले,जन पहचानिये।
लाइसेंस चालक का,परमिट वाहन का।
निर्धारित टैक्स भी,जरूरी चुकाइए।
धीमी चाल रख सदा,ओवरटेक से बचे,
जरूरत को देख के,हार्न भी बजाइए।
चौराहे-तिराहे जान,बत्तियों की पहचान।
गाड़ी धीमी रोक चाल,रक्षित हो जाइए।
सबकी सुरक्षा साध,अपनी सुरक्षा मान।
मद में न अंध होय,आम पथ आइए।
परिचय : बाबूलाल शर्मा का साहित्यिक उपनाम-बौहरा हैl आपकी जन्मतिथि-१ मई १९६९ तथा जन्म स्थान-सिकन्दरा (दौसा) हैl वर्तमान में सिकन्दरा में ही आपका आशियाना हैl राजस्थान राज्य के सिकन्दरा शहर से रिश्ता रखने वाले श्री शर्मा की शिक्षा-एम.ए. और बी.एड. हैl आपका कार्यक्षेत्र-अध्यापन(राजकीय सेवा) का हैl सामाजिक क्षेत्र में आप `बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ` अभियान एवं सामाजिक सुधार के लिए सक्रिय रहते हैंl लेखन विधा में कविता,कहानी तथा उपन्यास लिखते हैंl शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र में आपको पुरस्कृत किया गया हैl आपकी नजर में लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः हैl