इंदौर (मप्र)।
अखिल भारतीय काव्य मंजूषा साहित्य वल्लरी मंच के तत्वावधान में पावन शिव मास व अधिक मास के संगम पर ‘हरि-हर भक्ति’ विषय पर तरंग काव्य गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें भारत के विभिन्न स्थानों के कवि-कवयित्रियों ने अपनी सक्रिय भागीदारी दी।
इस आयोजन का प्रारंभ सरस्वती वंदना से संध्या मिश्रा ‘मयूरी’ ने किया। अध्यक्षता वरिष्ठ ग़ज़लकार जयसिंह आर्य (नई दिल्ली) ने की। समीक्षा करते हुए आपने मधुर कंठ से ग़ज़ल सुनाई। मुख्य अतिथि साहित्यकार जीवन प्रकाश आर्य (उज्जैन) ने सभी साहित्य धर्मियों से पूर्ण हिंदी में या ग़ज़ल को उर्दू में लिखने पर बल देते हुए काव्य रस बिखेरा। भगवान हरि और हर को समर्पित गोष्ठी में पटल संस्थापक कवि विनोद सिंह गुर्जर, आशा मानधन्या, निशा भास्कर, लेखिका सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल'( इंदौर) व वरिष्ठ कवि राधेश्याम गोयल आदि सहभागी रहे।
कार्यक्रम का सुंदर संयोजन सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’ ने किया। संचालन रामदास गुर्जर ने किया। आभार विनोद सिंह गुर्जर ने माना।