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हर दिन हो राम राज

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ 
मनावर(मध्यप्रदेश)
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राम-राज…

आस्था और विश्वास मन में रखकर त्यौहारों का स्वागत करना चाहिए। श्रीराम के आगमन की खुशी में हर घर में मिठाई, पूजन के साथ पटाखे जलाकर स्वागत के तौर पर आँगन में रोशनी के दीप जलाए जाते हैं। आगमन पर्व के दीपक के प्रकाश में आत्ममंथन, आत्मलोचन, आत्मोउन्न्ति को प्राप्त करने की दिशा में अंधकार को उखाड़कर प्रकाश की राह पर चलने हेतु अन्य को भी उन्नति-उजाले की राह दिखाने का प्रयत्न करते आ रहे हैं। इस प्रकाश का आगमन राम राज, आराध्य की तरह सर्वत्र पूजनीय तो है ही, साथ ही दीपोत्सव श्रीराम के आगमन की बेला के संग लक्ष्मी, गणेश और कुबेर के स्वागत हेतु दीपों को जलाना दिवाली पर उनके आगमन के शुभ सूचक होते हैं। दीपावली पर ऐसा लगता है कि, राम राज आ गया। चारों तरफ खुशियाँ रोशनी के साथ बिखर जाती है। अब हर इंसान के मन में एक ही सवाल उठता है कि, दीपावली से लगता है कि, राम-राज आ गया, तो ठीक वैसे ही हर दिन ऐसा होना चाहिए कि, राम राज आ गया। हर इंसान खुश रहे, जीवन खुशनुमा बना रहे और सब समस्याओं का समाधान हो जाए।

परिचय-संजय वर्मा का साहित्यिक नाम ‘दॄष्टि’ है। २ मई १९६२ को उज्जैन में जन्में श्री वर्मा का स्थाई बसेरा मनावर जिला-धार (म.प्र.)है। भाषा ज्ञान हिंदी और अंग्रेजी का रखते हैं। आपकी शिक्षा हायर सेकंडरी और आयटीआय है। कार्यक्षेत्र-नौकरी( मानचित्रकार के पद पर सरकारी सेवा)है। सामाजिक गतिविधि के तहत समाज की गतिविधियों में सक्रिय हैं। लेखन विधा-गीत,दोहा,हायकु,लघुकथा कहानी,उपन्यास, पिरामिड, कविता, अतुकांत,लेख,पत्र लेखन आदि है। काव्य संग्रह-दरवाजे पर दस्तक,साँझा उपन्यास-खट्टे-मीठे रिश्ते(कनाडा),साझा कहानी संग्रह-सुनो,तुम झूठ तो नहीं बोल रहे हो और लगभग २०० साँझा काव्य संग्रह में आपकी रचनाएँ हैं। कई पत्र-पत्रिकाओं में भी निरंतर ३८ साल से रचनाएँ छप रहीं हैं। प्राप्त सम्मान-पुरस्कार में देश-प्रदेश-विदेश (कनाडा)की विभिन्न संस्थाओं से करीब ५० सम्मान मिले हैं। ब्लॉग पर भी लिखने वाले संजय वर्मा की विशेष उपलब्धि-राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान है। इनकी लेखनी का उद्देश्य-मातृभाषा हिन्दी के संग साहित्य को बढ़ावा देना है। आपके पसंदीदा हिन्दी लेखक-मुंशी प्रेमचंद,तो प्रेरणा पुंज-कबीर दास हैंL विशेषज्ञता-पत्र लेखन में हैL देश और हिंदी भाषा के प्रति आपके विचार-देश में बेरोजगारी की समस्या दूर हो,महंगाई भी कम हो,महिलाओं पर बलात्कार,उत्पीड़न ,शोषण आदि पर अंकुश लगे और महिलाओं का सम्मान होL