डॉ.लता अग्रवाल
भोपाल(मध्यप्रदेश)
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झुका है सिर
आज,
तुझको
नमन के लिए।
दी है
जो कुर्बानी ,
तूने
वतन के लिए।
छलकी है आँख
तना है
सीना,
तिरंगे में लिपटे
बदन के लिए।
लगा कर टीका,
किया था
विदा,
दुश्मनों के
शमन के लिए।
थी जरूरी
शहादत तेरी,
चमन के लिए।
मांगती है
माँ भारती,
लहू
अमन के लिए।
न छलकेगी
ये आँखें,
झुकता है सर
इस वचन के लिए॥
परिचय-डॉ.लता अग्रवाल की जन्म तारीख २६ नवम्बर और जन्म स्थान-शोलापुर(महाराष्ट्र)है। वर्तमान में भोपाल(मध्यप्रदेश) में रहती हैं। हिंदी तथा मराठी भाषा की अनुभवी डॉ. अग्रवाल की पूर्ण शिक्षा एम.ए.(अर्थशास्त्र,हिन्दी),एम.एड.,पी-एच.डी.(हिंदी) है। कार्यक्षेत्र में स्वतंत्र लेखन जारी है।सामाजिक गतिविधि के अन्तर्गत कई सामाजिक व साहित्यिक संस्थाओं में सक्रिय हैं। इनकी लेखन विधा-कविता,कहानी,लघुकथा,समीक्षा, बाल साहित्य,नाटक,हायकु,पिरामिड और लेख आदि है। शिक्षा और साहित्य आधारित ५० से अधिक पुस्तकों का एकल प्रकाशन हो चुका है। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का निरंतर प्रकाशन हो चुका है। लता जी को ३ अंतरराष्ट्रीय सम्मान और ३२ प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। इनकी विशेष उपलब्धि-मध्यप्रदेश शाला शिक्षा के पाठ्यक्रम में रचना सम्मिलित,भोज विश्वविद्यालय में एम.ए. व बी.ए. में सामग्री सम्मिलित और बी.एड. के पाठ्यक्रमों में पुस्तकें सम्मिलित होना है। लेखनी का उद्देश्य-स्वांत: सुखाय एवं जन हिताय है। प्रेरणा पुंज-कबीर,प्रेमचन्द एवं निराला हैं।विशेषज्ञता-शिक्षा में है।