तू ही तू

सुषमा दुबे इंदौर(मध्यप्रदेश) ****************************************************** धीर है तू सत्य है तू खौलता उफान है, तू अर्चना आराधना तू भक्ति का वरदान है। प्रचंड तू अखंड भी तू ही शक्तिमान है, भैरवी कानुप्रिय तू विश्व का गुणगान है। रौद्र रूप रच सके तू ऐसा एक तूफान है, तू गंगा-सी पवित्र है समुद्र-सी विशाल है। तू रागिनी तू … Read more

ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति

प्रणिता राकेश सेठिया ‘परी’ रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************************************* ईश्वर ने बनाई ये विराट सृष्टि, जीवंत किया फिर ये संसार। सोचा-समझा फिर महसूस किया, कहाँ है इसमें निस्वार्थ प्यार…? अपने पाक उन्नत विचारों से बनाई, एक विशाल-सी हसीन क्यारी। निर्मित हो उठी एक मूरत और, फिर नाम रखा उसका नारी। जिस लय से कार्यरत है दिनभर, प्रकृति की … Read more

शुभ जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ

हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी सुषमा दुबे जी  का ९ मार्च को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं…..

इमरान खान से चमत्कार की उम्मीद

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** पाकिस्तान सरकार की इस घोषणा का कि वह मसूद अजहर के बेटे और भाई को नजरबंद कर रही है और हाफिज सईद के संगठनों पर फिर से प्रतिबंध लगा रही है,स्वागत किया जाना चाहिए लेकिन जानना चाहता हूँ कि इन टोटकों से आतंकवाद खत्म कैसे होगा ? २०१४ में जब … Read more

कन्हैया

रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’ दिल्ली(भारत) ************************************************************ श्याम ऐसे बसो मेरे मन में, कोई ढूँढ सके ना तुझे हममें। श्याम ऐसे बसो…॥ जैसे समुन्दर में मोती होते हैं, पर नज़र किसी को ना आते हैं। श्याम ऐसे बसो…॥ जैसे श्याम बसे मेरे मन में, पर नजर ना आते जन-जन में। श्याम ऐसे बसो…॥ जैसे दिलों … Read more

नारी

डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* नारी प्रथम गुरु है सृष्टि उससे शुरू है, सृष्टा की आद्या सृष्टि है स्त्री का मान कीजिए। नारी देवी का है रूप नारी के हैं नाना रूप, वात्सल्य का सागर है इसे मान दीजिए। नारी जगत जननी नारी संताप हरणी, नारी सहनशीला है उसे मान दीजिये। नारी शक्ति नारी भक्ति … Read more

दार्शनिकता

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** दार्शनिक की दार्शनिकता से,दैत्य सारे जल रहे, गले ना उनकी दाल तो वे,इधर-उधर उछल रहे। दार्शनिक के दर्शन का,वे सामना ना कर सके, खड़ा होना तो दूर है,वे कदम ना आगे कर सके। जंगल में भी मंगल करे,दार्शनिक का यही काम है, बाधा चाहे कितनी रहें,वह चलता सदा अविराम है। … Read more

जब ज़मीर शरमाया मेरा

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ********************************************************************* कोई दो कदम तो साथ रहे मेरे भी, इस उम्मीद में खोजता रहा वह चेहरा। संग चलने को मेरे जो तैयार हुआ, वह फकत साथ था साया ही मेरा। रात को दस्तक दी,सपने में जिसने, दिन में वही शख्स था भुलाया मेरा। छोड़ के दामन मेरा,दूर हुआ मुझसे, वह था … Read more

घुसपैठियों को मारना होगा

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************** सर्वविदित है कि घुसपैेठिए सदैव घातक ही होते हैं,चाहे वे देश में घुसपैठ कर आतंक मचाएं या घर में घुसपैठ कर घर को बर्बाद करें। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि,घुसपैठ आईएसआई करवा रही है या सास,साले अथवा फिर भाई-बंधु। फर्क इस बात से भी … Read more

वृक्षारोपण

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारती गरियाबंद (छत्तीसगढ़) *************************************************************************** वृक्षारोपण का नाम सुनते ही आज सूर्य की पहली किरण से ही नर्सरी में छोटे-छोटे पौधों के बीच हँसी-ठिठौली और खलबली मची हुई थी। फूलों के छोटे-छोटे पौधे आपस में अपनी खुशी जाहिर कर रहे थे। एक पीला गुलाब का पौधा कह रहा था-“हम कितने खुश नसीब हैं कि हमें … Read more