सबसे बडा़ रुपैया
कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* सबसे बडा़ रुपैया रे भैया, सबसे बडा़ रुपैया… आज की दुनिया में देखो ये, नाच रहा है रुपैया। टूट रहे परिवार यहां पर, मूल में है रुपैया… शर्म नहीं संकोच नहीं, बस भाता है रुपैया। सबसे बडा़ रुपैया रे भैया, सबसे बडा़ रुपैया…। कैसा करम और कैसा धरम, बस … Read more