नारी की कहानी

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** किस बात की पीड़ा है, किस बात का डर है क्यों घबराती हो छींटाकशी से, ये तुम्हें सौगातें मिली हैं। चरित्र और मर्यादा का ढोंग, हमें…

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माटी प्रेम

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’ बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** कहो बहारों से आयीं हैं तो ठहर जाएंं, नजारे और वो फिजाएं चमन में बिखराएं। कहो बहारों से...ll है मेरे देश की माटी…

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हे दयामय रसराज

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ हे प्याज,हे रस सागर, विख्यात हैं आप भूमण्डल में जिनको मिला है स्वाद वही जाने- मूल्य आपका रतनों से परे। अति उज्ज्वल वर्ण है…

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जागते रहो!

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* "चौकीदार चाचा नमस्ते,कैसे हो ?" "अरे,बिटिया कब आए ससुराल से ? (थोड़ा रुक कर),सब बढ़िया है तुम्हारे परिवार में ?" "हाँ चाचा सब बढ़िया…

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आत्मजा

विजयलक्ष्मी विभा  इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश) ********************************************************* आत्मजा खंडकाव्य अध्याय-१७.............. देख पिता को इतना चिन्तित, पुन: प्रभाती ने मुँह खोला क्यों हो बैठे मौन पिताश्री, क्या मैंने कुछ अनुचित बोला। तूने नहीं किया…

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रुकती ग़म की…

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** रुकती ग़म की कभी न धारा है, इस नदी का नहीं किनारा है। धन की खातिर ज़मीर को बेचूँ, यह तो बिल्कुल नहीं गँवारा…

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क्यों बदल जाता है आदमी

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’ रावतसर(राजस्थान)  ********************************************************************************* ऐ नर ये तेरी हिमाकत है, तू जो चाहे सो करता है डर नहीं है अपनी करनी का, बेमौत तभी तो मरता है। तू…

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रोशनी के हमसफ़र

सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’ छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) ********************************************************************  हम खजाना छोड़ दें,पर क्या ज़माना छोड़ दें, ज़ुल्म से डर कर कहो क्या हक़ जताना छोड़ दें। कोई हक़ मांगे ही…

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सजा में सालों लग जाएं तो विश्वास डगमगाएगा ही

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** सुबह जैसे ही टी.वी. खोलते ही लोगों ने हैदराबाद के चारों बलात्कारियों के मुठभेड़ में मारे जाने का समाचार सुना,तो पूरे देश में खुशी व…

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ये फलती क्यों है..

प्रिया सिंह लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ***************************************************************************** भागती-दौड़ती सी ये साँसें आज थमती क्यों हैं, यहाँ दिसम्बर आकर एकदम से जमती क्यों हैl ये लरज़िशी बदन की....बेखौफ़-सी एक मांग, नज़दीकी में...चादर एकदम से…

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