जालान पुस्तकालय में हुई अंतरंग काव्य गोष्ठी
कोलकाता (पश्चिम बंगाल)। सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय के तत्वावधान में प्रख्यात साहित्यकार डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी की अध्यक्षता में अंतरंग काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। शुरुआत मीतू कानोडिया की सरस्वती…
कोलकाता (पश्चिम बंगाल)। सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय के तत्वावधान में प्रख्यात साहित्यकार डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी की अध्यक्षता में अंतरंग काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। शुरुआत मीतू कानोडिया की सरस्वती…
संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** मुंशी प्रेमचंद जयंती विशेष... उर्दू-हिंदी साहित्य धरोहर, हमें धनपत राय पर गर्व,नवाब राय के 'सोज-ए-वतन' में लिखा था देश का दर्दमचा तहलका देश में, अंग्रेजों…
जबलपुर (मप्र)। संस्कारधानी के साहित्य हस्ताक्षर मदन श्रीवास्तव ने कवि संगम त्रिपाठी को अपनी कृति 'टुकड़ा-टुकड़ा आकाश' भेंट की। श्री त्रिपाठी ने बताया कि, 'टुकड़ा-टुकड़ा आकाश' श्री श्रीवास्तव की भावनाओं…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* शिव अविनाशी घर-घर वासी, सब देवों में देवेश्वर है।महाकाल विकराल सदाशिव, लिंगराज हर भुवनेश्वर है॥ सोमनाथ विश्वेश महेश्वर महादेव शिव नागेश्वर है,भीमाशंकर चिता भूमि…
🔹राष्ट्रपति मुर्मू करेंगी ३ अगस्त को उद्घाटन 🔹६ अगस्त तक जुटेंगे १३ अन्य देशों के लेखक भी भोपाल (मप्र)। शहर में एशिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव ‘उन्मेष’ का…
डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** उम्र और उसके बाद की,जरूरत से अक्सर लोगख़ुद व खुद अनजान रहते हैं,कब-किसकी जरूरत बनी रहेगीयह सब देख और सोच कर,अक्सर लोग परेशान दिखते हैं। रूप-रंग का पहर कुछ…
ललित गर्गदिल्ली************************************** सफल लोगों को गौर से देखें तो पाएंगे कि, वे देर तक किसी बात पर अटकते नहीं। क्या मिला, क्या नहीं-हमेशा इसकी शिकायत नहीं करते, संतुलित एवं समतामय…
देश-प्रदेश की १२१ हस्तियाँ भोपाल में अलंकरण समारोह में सम्मानितआशुतोष राणा सहित सभी रचनाकारों को ८३.६६ लाख की राशि भेंट इन्दौर (मप्र)। साहित्य अकादमी म.प्र. द्वारा २५ जुलाई को रवींद्र…
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* रचनाशिल्प:काफिया-आने स्वर में, दिवाने, सजाने, उड़ाने, कराने, डुबान, बिताने, बहाने, इत्यादि; रदीफ़-के। अहसास बनाते हैं, जज्बात दिवाने के।हालात नहीं बनते, जज्बात सजाने के। मुमकिन हो…
प्रो. महावीर सरन जैनबुलन्दशहर (उत्तर प्रदेश)************************************* राजतंत्र में प्रशासन की भाषा वह होती है, जिसका प्रयोग राजा, महाराजा और रानी, महारानी करते हैं। लोकतंत्र में राजभाषा शासक और जनता के…