मेरी चाह

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** ज्यादा चाह नहीं है मेरी,केवल सच्चा प्यार चाहतामानवता को आँच न आए,बस इतना आधार चाहता। बापू, तुलसी, या कबीर का,निर्मल मार्ग जहां बसता होजाति, पंथ, पाखंडवाद भी,डर…

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ओ मेघा रे

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** लगाया ये किसने तेरी राह पहरा,छिपा रे कहाँ मेघ किस देश ठहरा। झड़ी बूंद रिमझिम लगा आंगना में,भिगो रेत उड़ता हृदय देह सहरा। उमड़ तू घुमड़ छा…

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‘तीस साल लंबी सड़क’ पढ़ते हुए कहानी-उपन्यास के मिश्रित रूप का एहसास

सिद्धेश्वर पटना (बिहार)************************** सिद्धेश्वर की डायरी.... पटना (बिहार)। बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं डॉ. किशोर सिन्हा, जो अवकाश-प्राप्ति के पश्चात भी कविता, कहानी और आत्मकथा लिखने में अपनी पूरी शक्ति…

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हिन्दी में उत्तम अंक प्राप्त करने पर मानस सम्मानित

बीकानेर (राजस्थान)। लेखक गोवर्धन दास बिन्नाणी 'राजा बाबू' के पोते मानस कुमार बिन्नाणी को सीबीएसई की कक्षा दसवीं की परीक्षा के सभी विषयों में बहुत बढ़िया अंक हासिल हुए हैं।…

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‘लघुकथा श्री’ कृति सम्मान घोषित

भोपाल (मप्र)। लघुकथा पर्व-२०२३ अखिल भारतीय लघुकथा अधिवेशन के अवसर पर दिए जाने वाले लघुकथा शोध केंद्र, समिति, भोपाल के प्रतिष्ठित 'लघुकथा श्री' कृति सम्मानों की घोषणा कर दी गई…

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माथे का सिंदूर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* रहे अमर श्रंगार नित्य ही, माथे का सिंदूर।जिसमें रौनक बसी हुई है, जीवन का है नूर॥ जोड़ा लाल सुहाता कितना,बेंदी, टिकुली ख़ूब।शोभा बढ़ जाती नारी की,हर…

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कल किसने देखा यहाँ

डॉ.सरला सिंह`स्निग्धा`दिल्ली************************************** रहना सत्पथ पर सदा, परहित हो हर काम।कल किसने देखा यहाँ, कब हो देख विराम॥कब हो देख विराम, छोड़कर चल दें मेला।सबका छूटे साथ, सभी माया का खेला॥कहती…

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चलो लौट चलें संस्कृति की ओर

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** चलो अब लौट चलें हम,गुलाम चिन्हों को छोड़अंग्रेजी नीतियों को तोड़,अपनी संस्कृति की ओर। चलो अब लौट चलें हम,हाय, बाय, टाटा को छोड़दोनों हाथों को…

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प्रकृति है जीवन दायिनी

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** स्वच्छ जमीन- स्वच्छ आसमान... आओ मिलकर प्रण करें,धरती आकाश को स्वच्छ करेंपेड़ बचाएं, जल बचाएं,सब मिलकर ये जतन करें। प्रकृति है जीवन दायिनी,क्यों इससे खिलवाड़ करेंफूले-फले सब…

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बैठक में लिया हिंदी के उत्थान व सम्मान हेतु संकल्प

यमुनानगर (हरियाणा)। शनिवार की  सांय गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज (यमुनानगर) के प्रांगण में महाविद्यालय निदेशक डॉ. वीरेंद्र गांधी व प्राचार्या डॉ. गुरिंदरजीत कौर के अनन्य सहयोग से हिंदी साहित्य भारती…

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