आती खुशियाँ रोज
प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ****************************************************** देते हैं उपहार जी,मिलकर सबको आज।धनतेरस के पर्व में,पूरे करते काज॥पूरे करते काज,घरों में दीप जलाते।आती खुशियाँ रोज,सभी त्यौहार मनाते॥करे साज श्रृँगार,नये कपड़े हैं…