हिन्दी है हितकर सदा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ************************************************************ हिंदी दिवस विशेष….. हिन्दी हितकर है सदा,हिन्दी इक अभियानlहिन्दी में तो आन है,हिन्दी में है शानll हिन्दी सदा विशिष्ट है,हिन्दी है उत्कृष्टlहिन्दी अपनायें सभी,होकर के…

Comments Off on हिन्दी है हितकर सदा

‘माथे की बिंदी’ बनाने में आम हिन्दी सुगम राह

कर्नल डॉ. गिरिजेश सक्सेना ‘गिरीश’भोपाल(मध्यप्रदेश)************************************************* हिंदी दिवस विशेष….. हिन्दी देश के माथे की बिंदी यह वाक्य या कहूँ तो यह कथ्य मैं अपने होश के साठ-पैसठ वर्षों से सुन रहा…

Comments Off on ‘माथे की बिंदी’ बनाने में आम हिन्दी सुगम राह

मानक है हिन्दी वतन

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ****************************************************** हिंदी दिवस विशेष….. हिन्दी पखवाड़ा दिवस,चलो मनाऊँ आज।जनभाषा निज देश में,रक्षण निज मोहताज़ll अभिनंदन स्वागत करूँ,हिन्दी दिवस आगाज़।इस स्वतंत्र गणतंत्र में,तरसे हिन्द समाजll सिसक…

Comments Off on मानक है हिन्दी वतन

नई शिक्षा प्रणाली में मातृभाषा का बेहतर योगदान

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************* नई शिक्षा प्रणाली में मातृभाषा को सम्मिलित करने का मुख्य उद्देश्य उसे सशक्त बनाना है,जो लुप्त होने की कगार पर है। इससे उसे…

Comments Off on नई शिक्षा प्रणाली में मातृभाषा का बेहतर योगदान

सृजन भाव आधार बनाएँ

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ****************************************************** सृजन भाव आधार बनाएँ,             भावों का हम गुनगान करें। काव्य कुंज में कवि मन कुहके,              सम्मोहित हो रसपान करेंll सृजन सदा नव आलोकित हो,…

Comments Off on सृजन भाव आधार बनाएँ

हिन्दू,हिन्दी,हिंदुस्तान पहचान अपनी

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************* हिंदी दिवस विशेष..... आओ सब मिल-जुल एकता के गीत गाएं,सुख,शांति,शुचिता की सरिता बहाएं हम।ममता की ज्योति जला,प्यार दिलों में उगाएं,फलती समाज की दरार को मिटाएं हम। प्रगति…

Comments Off on हिन्दू,हिन्दी,हिंदुस्तान पहचान अपनी

नव भारत

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ***************************************************************** आओ मिलकर सृजन करें हम,नव भारत निर्माण करें हमlजो सोए हैं आँखें खोलें,उन आँखों में स्वप्न भरें हमllनव भारत… राहों में बाधाएं होंगी,वो बाधाएं दूर करें…

Comments Off on नव भारत

रीति- रिवाज

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)************************************************************** "छुट्टियों में बच्चे आए हुए थे,और संयोगवश बड़े भैया का भी फ़ोन आ गया कि,अगले हफ़्ते प्राची को देखने लड़के वाले आ रहे हैं,तुम सब लोग आ जाओ…अगर…

Comments Off on रीति- रिवाज

मातृ तत्व की अपार महिमा का निरुपण हुआ है संस्कृति और साहित्य में-प्रो. शर्मा

राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी...................नागदा (उज्जैन)। भारतीय संस्कृति,परम्परा और साहित्य में मातृ तत्व की अपार महिमा का निरुपण हुआ है। शास्त्र और लोक दोनों ने ही मातृ तत्व को अनेक रूपों में महत्व…

Comments Off on मातृ तत्व की अपार महिमा का निरुपण हुआ है संस्कृति और साहित्य में-प्रो. शर्मा

रोना-धोना छोड़ो भी

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)*********************************************************** यारों अब ये रोना धोना छोड़ो भी।भरभर आँखें आँसू बोना छोड़ो भी। मनचाहा इंसाफ किसी को मिलता कब,इस पर बेमतलब का रोना छोड़ो भी।…

Comments Off on रोना-धोना छोड़ो भी