कोरोना अब गाँव की ओर,सतर्कता जरुरी
बुद्धिप्रकाश महावर मनमलारना (राजस्थान) **************************************************** एक दिन वह था जब हम सोच रहे थे कि `कोरोना` मात्र वुहान की एक बीमारी है,ये हमारे देश में कैसे आ सकती है। जब…
बुद्धिप्रकाश महावर मनमलारना (राजस्थान) **************************************************** एक दिन वह था जब हम सोच रहे थे कि `कोरोना` मात्र वुहान की एक बीमारी है,ये हमारे देश में कैसे आ सकती है। जब…
अरुण उपाध्याय कटक(उड़ीसा) ******************************************************************* विदेशी आक्रमणकारियों ने कई प्रकार से भारत को खण्डित तथा दुर्बल करने के षड्यन्त्र किए हैं-भारत में भेदिये पैदा करना तथा उनको लालच देकर उनसे सहायता,…
रोशनी दीक्षितबिलासपुर(छत्तीसगढ़)********************************************************************* नारी शक्ति की क्या बात है,अच्छे-अच्छों की इनके आगे क्या औकात है।यूँ तो झुकती हैं ये सबके आगे,पर इनके कदमों में झुकी सारी कायनात है।नारी शक्ति की क्या…
डाॅ.आशा सिंह सिकरवारअहमदाबाद (गुजरात ) **************************************************************** महामारी,भूखपाँव के छाले,रक्त रंजित पटरियांअब उड़ा ले जाएंगे,पानी के साथ आंधी-तूफान भीउनके हिस्से के दर्द…हम नहीं लिख सकते हैं। कठिन यात्रा के दौरान,बच्चों की भूख-प्यास-नींद…
मनोज कुमार सामरिया ‘मनु’जयपुर(राजस्थान)**************************************************** मैं आज भी उसे हाँ…! सिर्फ उसे ही बड़ी शिद्दत से लिखता हूँ…पूछा था किसी ने एक बार हँसकर मुझसे,कि उसे पाने के बाद तो नहीं…
संदीप सृजनउज्जैन (मध्यप्रदेश) ****************************************************** हिंदी साहित्य के इतिहास पुनर्लेखन का समय फिर से एक बार निकट आता दिखाई दे रहा है। वीरगाथा काल से शुरु होकर भक्ति काल,रीति काल और आधुनिक…
डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** 'कोरोना' के इस भयंकर संकट के दौर में पाकिस्तान की इमरान खान सरकार को पता नहीं क्या हो गया है! पाकिस्तानी जनता की कोरोना से रक्षा करने…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************************** फिर एक तबाही,विनाश,महा तूफान अम्फान विकटबर्बादी के वो निशां-ए-दर्द,तहस नहस क्षत-विक्षत जहां।सुन्दर वन की खूबसूरत वादियां,गिरे औंधे मुँह पेड़ लाखोंस्कूल,कॉलेज और आशियाने,बर्बादियाँ सड़कों,गाड़ियों सेतूओं…
बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)******************************************************************** (रचना शिल्प:१६/१४) पिया मिलन को चली बावरी,कंटक से परिपूर्ण डगर।आँखों में वो स्वप्न सँजोए,चली गाँव से आज नगर॥ अरमानों की डोली बैठी,आशाओं के सावन में।नयी…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*************************************************************** पंछियों-सा घर में कैद हुआ मानव,जीना इसने किया सबका मुहाल है। अपनों से भी दूर कर दिया इसने,फोन पर पूछते-कैसा आपका हाल है ? उम्मीदें सबकी…