ढपली वाला…

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** नई-नई ढपली,नई-नई शुरुआतआवाज में नजाकत भी नई-नई है,दो-चार भजनऔर कुछ हृदय विदारक गीत,कुछ दिन रटकरयाद किया हुआ है। हमारी रेल यात्रा का,एक यह भी हमसफर हैढपली…

0 Comments

बिखरने न देना भारत को

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** लड़ी लड़ाइयां कई है अब तक,थी इतिहास में तीर-तलवारों सेसियासी लड़ाइयां लड़ी जाती है,आज जाति-धर्म की तकरारों से। अरे जागो भारतवासी आज तो,समझो कि भारत देश…

0 Comments

युवा शक्ति युग निर्माण करे

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... युवा शक्ति भारत की आगे बढ़ युग निर्माण करे,नई सुबह की नई चेतना से तन मन में प्राण भरे।…

0 Comments

देश हमारा है महान

सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** विश्व-गुरु के गुरूत्व से,शौर्यमान है देश हमारा उज्वलभविष्य में भाग्य-विधाता के,अनुरक्षण की समर सृष्टि-दृष्टि मेंमहान, विश्व शीर्ष शिखरपर कृतेज्ञ हो रहा,'युवा-वर्ग' के कौशलयशकृति के यशोल्भ में।'देश' हमारा…

0 Comments

वीरों का अभिमान तिरंगा

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* गणतंत्र दिवस:देश और युवा सोच... संविधान की शान तिरंगाभारत का सम्मान तिरंगा,लहर-लहर लहराता जाएवीरों का अभिमान तिरंगा। इस झंडे के नीचे आकर,कितने ही कुर्बान हुए।हँसकर फांसी पर…

0 Comments

बसंत अब तुम जाना नहीं

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* आया बसंत आया है बसंत,लोग कहते हैं प्यारा बसंतबागों में कलियाँ हर्षित हुई,देखकर प्यारा-प्यारा बसंत। हे बसंत अब तुम जाना नहीं,रखूॅ॑गी प्रेम डोर से बांध करआस…

0 Comments

शहादत को सलाम

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** कहां से आते हैं वो लोग,जो दिल में तूफान और जज्बा लाते हैंदेश की खातिर मर मिटने का,हौंसला जगाते हैं। सरहद पर खड़े रहते हैं सीना ताने,धरती…

0 Comments

मेरा वतन भारत सबसे न्यारा

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* गणतंत्र दिवस प्यारा, त्योहार वतन का है,भारत हमें सिखाता, संसार वतन-सा है। होता कहीं न जिसको, भारत ने कर दिखाया,हर धर्म को मिला के, न्यारा…

0 Comments

बासंती बयार

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** बसंत पंचमी विशेष... जीवन की पटरी पर,सहज सन्तुलनआज की दरकार है,बासंती बयार में बात ख़ासअंदाज की करने की,आज दरकार है। पीले वस्त्र धारण करने का,सुकून सुन्दर सन्देश काइतिहास बताता…

0 Comments

वासन्ती ऋतु आई

तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ***************************************** वसंत पंचमी विशेष... माँ शारदे! दे वरदानसदा करे सबका सम्मान,ज्ञान की देवीआयी सखी री,वासन्ती ऋतु आयी।सखी री… धुले-धुले फूलों के मुखड़ेदूर हुए सब मन के दुखड़े,खुशियाँ भर-भरलायी…

0 Comments