ये दुनिया है जनाब
उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** ये दुनिया है जनाब,बैठा था यूँ हीसोचा लिखने के लिए,चलो कलम उठा लेते हैं। क्या लिखूँ मैं…?प्रश्न आया मन में,सोंचा, दुनिया में हूँ!चलो दुनियादारी सुना लेते हैं।…