सादगी और मासूमियत
वंदना जैन 'शिव्या'मुम्बई(महाराष्ट्र)************************************ सुनो मासूमियत,तुम रहना सदा उपस्थित। गुण बन जीवन सृजन में,मानवता बन मन के आँगन में। रंग बन पुष्पों, पत्तों और डालियों में,बच्चों की सहर्ष तालियों में। पक्षियों की…