क्या करें!

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)*************************************** खून के रिश्तों में आए संक्रमण का क्या करें!लुप्त होती मधुर वाणी आचरण का क्या करें!! डस गया विषधर हमारे लोक मंगल गान को,भूल बैठे पीढ़ियों से हम मिले सौपान को।अर्थ के अब कूप में डूबी पड़ी संवेदना,जिंदगी को ढक रहे इस आवरण का क्या करें!! कुछ पुराकालीनता से मुक्त ज्यादा … Read more

श्याम विरह

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** जबसे नेह लगाया तुमसे श्याम सलोने साँवरिया।इत-उत डोलूँ तुम्हें ढूँढती बनी तुम्हारी बावरिया॥ पल भर चैन पड़े ना तुम बिन अकुलाहट बढ़ती जाए,नीर झरे आँखों से ऐसे ज्यों नदिया बहती जाए।बनी जोगनी फिरूँ भटकती तुम्हें पुकारूँ श्याम पिया,इत-उत डोलूँ तुम्हें ढूँढती बनी तुम्हारी बावरिया…॥ नयनों में ले सपन तुम्हारे,नाम रटूँ हरदम … Read more

नाचीज बना दिया मुझको

गुरुदीन वर्मा ‘आज़ाद’बारां (राजस्थान)******************************** नाहक समझकर अपनों ने,नाचीज बना दिया मुझको।सौतन से लगाकर दिल सबने,बेघर बना दिया मुझको॥ क्यों दोष फिरंगियों को मैं दूँ,अपनों ने किया है सितम,किससे मैं अपनी पीड़ा कहूँ,बेजुबां बना दिया मुझको।नाहक समझकर अपनों ने… कभी होती थी पूजा मेरी,मैं जान थी यहाँ हर दिल की,नहीं माना गया मुझको सबला,अबला बना दिया … Read more

सबसे ऊपर है संविधान

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** गणतंत्र दिवस विशेष…. जनता की अभिलाषा का सम्मान तू,देश में सबसे ऊपर है संविधान तू।भारत की छवि तुझमें हमको दिखती है,देश को तुझसे ही गरिमा मिलती है॥जय हो तेरी,भारत का अभिमान तू,देश में सबसे… गणतन्त्र बनाकर तूने जो उपकार किया,सब जन को कर्तव्य दिया,अधिकार दिया।अधिकार बनाकर तुझको अपना मान … Read more

अपना भारत महान

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** गणतंत्र दिवस विशेष… मातरम वन्दे हृदय से बोल कर तो देखिये।देश की गरिमा जगत से तौल कर तो देखिये॥ कोई भी जज़्बा हमारे देश से ऊँचा नहीं,जान ना दे देश पर ऐसा कोई बच्चा नहीं।शूरवीरों का वतन टटोल कर तो देखिये,देश की गरिमा जगत से तौल कर तो देखिये…॥ ये ऋषि-मुनियों … Read more

बातें कुछ संविधान की

ज्ञानवती सक्सैना ‘ज्ञान’जयपुर (राजस्थान) ******************************************** गणतंत्र दिवस विशेष…. आओ बहनों तुम्हें सुनाऊँ,बातें कुछ संविधान की।शब्द-शब्द में गौरव गाथा,जनता के सम्मान की॥ भारत के हृदय की धड़कन,अपना संविधान है,संस्कृति की है इसमें आत्मा,सभ्यता का प्रतिमान हैसबसे बड़ा गणतन्त्र विश्व का,लिखित हर विधान है,सर्वधर्म समभाव है इसमें,जिसका हमें गुमान है।छब्बीस नवम्बर दिन था,जब ये बनकर के तैयार … Read more

धरती को अभिमान है

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ गणतंत्र दिवस विशेष…. देख-देख जिसकी सम्प्रभुता,धरती को अभिमान है।कण-कण वाणीमय हो कहता,भारत देश महान है,मेरा देश महान है॥ यहां प्रकृति की है दिनचर्या,संयम में रहते दिन-रात।धरती की आग्या पर चलते,जाड़े,गर्मी औ बरसात।स्वयं इसे संचालित करती,एक परोक्ष शक्ति अग्यात।यहां चरित्र दिव्य जन-जन के,पावन धर्म-कर्म विख्यात।उज्ज्वल तन निर्मल मन प्रति जन,देवों का वरदान है।कण-कण…॥ सदा … Read more

गणतंत्र गान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* गणतंत्र दिवस विशेष… हिम्मत,ताक़त,शौर्य विहँसते,तीन रंग हर्षाये हैं।सम्प्रभु हम,है राज हमारा,अंतर्मन मुस्काये हैं॥ क़ुर्बानी ने नग़मे गाये,आज़ादी का वंदन हैज़ज़्बातों की बगिया महकी,राष्ट्रधर्म-अभिनंदन है।सत्य,प्रेम और सद्भावों के,बादल तो नित छाये हैं,सम्प्रभु हम,है राज हमारा,अंतर्मन मुस्काये हैं…॥ ज्ञान और विज्ञान की गाथा,हमने अंतरिक्ष जीतासप्त दशक का सफ़र सुहाना,हर दिन है सुख … Read more

यही तो देश महान

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************** गणतंत्र दिवस विशेष….. मेरा देश महान,ये भगवान नहीं,पर भगवान समान।मेरा जन्म हुआ,इसी की गोद में,यही माता समान।मेरा देश… कोयल,मोर,पपीहरा,स्वागत भोर का करें संगीत से,कोलाहल पंछी करें मधुर तानों की,जैसे मीत ये।हर इक दिशा सजे यहां,सम्मान से,सभी के मान से,तब ही तो कहता हर कोई है कि यही तो देश … Read more

जिएंगे-मरेंगे हिंदुस्तान के लिए…

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** गणतंत्र दिवस विशेष….. मातृ भू के मान,स्वाभिमान के लिए,गाँव,गली,खेत,खलिहान के लिए।तिरंगे की आन,बान,शान के लिए,जिएंगे-मरेंगे,हिन्दुस्तान के लिए॥ जात-पात,रंग-भेद को मिटाएंगे,दीन,दुखियों को गले से लगाएंगे।भटकों को सही रास्ता दिखाएंगे,देश भक्ति-भाव फिर से जगाएंगे॥ त्याग के लिए भी,बलिदान के लिए,जिएंगे-मरेंगे हिन्दुस्तान के लिए…॥ जन-गण-मन की बजेगी सरगम,हर स्वांस गाएगी वंदे मातरम।दुश्मनों की आँख को … Read more