होली आई, खुशियाँ लाई
डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** चिड़ियों का कलरव शुरू ही हुआ था, निशा लुप्त होने की कगार पर खड़ी थी। कुछ देर बाद सूरज भी अपना पैर पसार ही लेता। जीवन संगीत शुरू करने से पहले सोनू अपनी छोटी बच्ची को स्पर्श कर अवाक! यह क्या, इतना ताप! कल तो पूरी ठीक ही सोई थी!एक स्पर्श करते … Read more