मन मिलाएँ

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** दीप जलाएँकरें दूर अँधेरामन मिलाएँ। बैर रहे नऐसे मिले हृदयकोई कहे न। दीप से दीपनिराला दीपोत्सवखुशी की रीत। बुलाएँ लक्ष्मीहल्दी से बनाएँ ॐआए संपत्ति। हो दीपदानमिले विघ्न से मुक्तिमिटे अज्ञान। घर-बाहरफैलाएँ यूँ रोशनीनहीं हो डर। दो यूँ मुस्कानहर चेहरा खिलेहो पहचान। हो पुरूषार्थसंग हो अंतर्मनछोड़िए स्वार्थ। प्रभु कृपा सेधन सदा बढ़ेगाहै महायंत्र। … Read more

जताएँ कैसे ?

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** बसंत आयाआए कई मौसमथे रंगहीन। बेकरार हैधड़कता है दिलतुम्हारे लिए। हो हर पलयादों में बसे तुमजताएँ कैसे ? भीना-भीना साअहसास याद हैमुझे स्पर्श का। बगिया मेरीमहक उठती हैसदा तुम्हीं से। तरसती हैतुम्हारे दीदार कोआँखें कब से। आभास होतातुम्हारे आने परकोई है आया। तुम्हें यादों सेकभी निकाल पानासंभव नहीं। एक स्मृति … Read more

सर्वश्रेष्ठ कवि

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** कालिदास जयंती (४ नवम्बर) विशेष… कवि महाननाम है ‘कालिदास’ज्योतिषी भी ये। थे अनपढ़मिला ‘काली’ आशीषतो गए बढ़। थे मंदबुद्धिपत्नी ने भी धिक्काराबने विवेकी। सरस भाषारचा खूब साहित्यकिया यूँ मुग्ध। ‘ऋतु संहार’रचा ‘मेघदूत’ भी‘शाकुंतलम्।’ संस्कृत ज्ञानीहै सर्वश्रेष्ठ कविकोई ना सानी। जन्मे उज्जैनपरम्परा वाहकरखा है ध्यान। रचे नाटकरचा महाकाव्य भीथे एक रत्न। रचा श्रंगारविलक्षण … Read more

आगे बढ़ो

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** आज तम तोउजाला भी आएगाजीत पाएगा। आगे बढ़नामंज़िल से न डरकाम करना। समझो वक्तजो गुजर गया होलौटता नहीं। जग जानताडर कर क्या मिला ?तो आगे बढ़ो। सुख-सुविधापर मुख्य लक्ष्य भीना हो दुविधा। फैलाओ परउड़ो खुल के तुमडर किसका ? मूल्य रखनापथ से ना भटकोरास्ता देखना। बीज था अच्छाफसल आई नहींथी भू कठोर। … Read more

उर से करो भक्ति

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** अभिनंदनपधारो माता रानीकरूँ वंदन। हे शैलपुत्रीअँधियार मिटे यूँज्यों दुर्तगति। ब्रह्मचारिणीकरती माँ भलातपश्चारिणी। हे चंद्रघण्टासेवा का देती फलबजाएं घंटा। माँ कूष्माण्डाउर से करो भक्तिहरेगी पीड़ा। स्कन्दमाताधन-धान्य भरनागहरा नाता। हे कात्यायनीहरती हर पापफलदायिनी। ये कालरात्रिसिंह पर सवारभक्त है यात्री। हे महागौरीकृपाकारिणी मैयाहे शक्तिकारी। ये सिद्धिदात्रीमाँ दुर्गा के नौ रुपकरें आरती। प्रिय है लालहर रूप … Read more

नव रात्रि

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** माँ जगदम्बेबसी घट-घट मेंकरो साधना। नव रात्रि होया हो दिन कोई भीकरो अर्चना। मेहनत कादेती है फल दात्रीबड़ी महान। माँ की ममताफलदायी है सदासमझो इसे। दया दिखाएहै करुणा की देवीसदा हो मान। हरती कष्टकहो कभी अपनेदिल की बात। जीवन सदाहोगा मंगलमयधरो चित्त में। दु:ख-पीड़ा कामिलेगा निवारणमाता महान। शक्तिस्वरूपादेती है वरदानपालनहार। … Read more

बनें मानव

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** श्रेष्ठ है भक्तिईश्वर मिलन मेंन दिखे शक्ति। मन की बातकरो ईश से सदावह जानता। व्यर्थ का रोगदिखावा खुशी नहींन करो ढोंग। हर लो पापप्रभु सब देखतापुण्य लो आप। बनें मानवमाँ सबको दे बुद्धिन बन दैत्य। कल्याण करोसंहार करती माँदेवी से डरो। हो धर्म राहबुरा करो न कभीयही हो चाह। जुल्म न सहेंविरोध … Read more

चंद्रयान थ्री

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** रचा है आजनवीन इतिहासयूँ भारत ने। पृथ्वी करेगीअब रक्षाबंधनघर चाँद के। भाई-बहनमनाएंगे अनूठारक्षाबंधन। पृथ्वी बहनचाँद है भैया राजाहुआ साबित। तिथि तेईसबन गई अमरचंद्रयान-थ्री। सदा बिरलेहमारे वैज्ञानिककोई न दूजा। ऐतिहासिकहै तेईस अगस्तपूरे विश्व में॥ परिचय-डॉ. पूजा हेमकुमार अलापुरिया का साहित्यिक उपनाम ‘हेमाक्ष’ हैL जन्म तिथि १२ अगस्त १९८० तथा जन्म स्थान … Read more

न बनो पत्थर

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** मनुज हो ना!तो न बनो पत्थरदया करना। मदद करोदिखाओ संवेदनाहाथ बढ़ाओ। है पहचानमानवता हमारीयही सम्मान। याद रखनामानव-पशु फर्कसदा निभाना। हो जो अन्यायमूक नहीं रहनाविरोध करो। स्वार्थ छोड़ दोये मानवता रहेबढ़े विश्वास। विनम्र होनाशर्मिंदा जो करे तोसुनो मन की। लाज रखनाआने न देना आँचयोद्धा बनना। भीड़ ना बनोरखिए अहसासमानव बनो। सुरक्षा करोसबकी अस्मिता … Read more

चलो मुस्काएं

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** चलो मुस्काएंजग में गम बड़ाउसे मिटाएं। पीड़ा हर लेंक्या होगा यूँ फिक्र से?थोड़ा तो जी लें। मुस्कान बड़ीगम बाँटा तो आईसुख की घड़ी। हँसी है फूलईश्वरीय सौगात येचिंता को भूल। है उपहारन भूलो मुस्कुरानाइसमें प्यार। रोज हँसनाआसान होगा जीनान कर फिक्र। मिलेगी शांतिजब सब देखेंगेमुख पे कांति। ईश्वर है नाचिंता क्यों करता … Read more